Ram Mandir Opening :अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समारोह को लेकर जहां एक ओर बहुत ही जोर शोर से तैयारियां चल रही है,वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल राम मंदिर को लेकर भाजपा पर लगातार हमला बोलते हुए नजर आ रहे है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए भेजे जा रहे निमंत्रण को लेकर काफी ज्यादा सियासत छिड़ी हुई है। इस बीच राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होनें निमंत्रण को लेकर अपना बयान दिया है।
Read more : गठबंधन का पेंच! मिशन 2024 को लेकर किन राज्यों में उलझी congress?
” धर्म और आस्था व्यक्तिगत फैसला होता है- सचिन पायलट
बता दें कि 500 सालों बाद करोड़ो रामभक्तों का सपना पूरा होने जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए देश- विदेश के कई दिग्गजों और संत महात्माओं को निमंत्रण भेजा गया है। वहीं इस निमंत्रण पत्र को लेकर सियासि छिड़ी हुई। सचिन पायलट ने निमंत्रण को लेकर कहा कि – ” धर्म और आस्था व्यक्तिगत फैसला होता है, लेकिन BJP इसपर राजनीति करती है, उन्होनें इस दौरान यह भी कहा “मुझे अपनी आस्था दिखाने, मंदिर में दर्शन करने के लिए किसी के न्योते की जरूरत नहीं है,” मेरा जब मन करेगा जाऊंगा और देश में जितने भी तीर्थ है वहां सब जगह हमारे साथी जाते हैं, ये भावनात्मक मुद्दा है, धार्मिक मुद्दा है, इस पर राजनीति करना गलत है, आपको राजनीति करनी है तो आप मुद्दों पर करिए, निवेश पर करें, गरीबी पर करें, महंगाई कैसे कम हो इस पर करें”।
Read more : पेंशन के पैसे न देने पर पिता के साथ मिलकर बहू ने ली सास की जान..
आपने लुभावने वादे किए हैं..
वहीं पूर्व डिप्टी सीएम पायलट ने महंगाई पर जिक्र करते हुए आगे कहा कि -, “आज विश्व बाजार में कच्चे तेल का दाम आधा हो गया है, लेकिन भारत सरकार दाम कम नहीं कर रहे है, आपने लुभावने वादे किए हैं, आप देश के 80 करोड़ लोगों को आप सस्ता भोजन करवा रहे हैं और कहते हैं कि आप बहुत ज्यादा विकसित हो गए हैं।”
Read more : Gorakhpur वालों को नहीं मिलेगा बाबा बागेश्वर का दर्शन..
BJP इसका जो लाभ लेना चाहती है ये गलत…
इस दौरान पायलट भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि, “BJP कुछ काम करे तो वह योगदान है, श्रमदान है, अच्छी नीति है, वहीं अगर दूसरी पार्टियां करें तो वह रेवड़ी है, मुद्दों पर चर्चा हो, मुद्दों पर चुनाव हो हम इसके लिए तैयार हैं, लेकिन भावनात्मक मुद्दों पर राजनीति करके वोट बटोरने का काम जो किया जा रहा है वो गलत है, आस्था, धर्म, पूजा-पाठ का जो विषय है, किसकी कहां आस्था है ये व्यक्तिगत निर्णय है, हम भगवान राम को मानते हैं मानते रहेंगे, लेकिन BJP इसका जो लाभ लेना चाहती है ये गलत है।”