Rajasthan Bye Election 2024: राजस्थान (Rajasthan) में होने वाले 6 सीटों के उपचुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. प्रतापगढ़ जिले की धरियावद सीट से भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक थावरचंद मीणा की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद से राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की अटकलें शुरु हो गई है. इस मुलाकात के बाद राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है.
Read More: Kedarnath: उड़ान भर रहा था..अचानक नदी में जा गिरा हेलीकॉप्टर हुआ क्रैश…थारु कैंप के पास बड़ा हादसा
बसपा और निर्दलीय विधायकों का शिवसेना से जुड़ना

आपको बता दे कि राजस्थान में पहले ही बसपा (BSP) के दो और एक निर्दलीय विधायक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिल चुके हैं और उन्होंने उन्हें अपना समर्थन भी दिया है. उसके बाद थावरचंद मीणा की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात के बाद चर्चाएं और भी ज्यादा तेज हो गई है, खासकर तब जब बाप विधायक थावरचंद मीणा की मुलाकात भी सार्वजनिक हो गई है.
सलूंबर और चौरासी सीटों पर बाप की तैयारी

राजस्थान के उपचुनाव में बाप के नेता और सांसद राजकुमार रोत की पार्टी सलूंबर और चौरासी सीटों पर अपनी पूरी ताकत लगा रही है. इन दोनों सीटों पर बाप ने अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर ली है. ऐसे में, पार्टी के विधायक का शिवसेना नेता से मिलना पार्टी के लिए संकट की घंटी साबित हो सकती है.
मुलाकात पर उठे सवाल

वहीं, थावरचंद मीणा की एकनाथ शिंदे से मुलाकात की तस्वीरें सामने आने के बाद इस पर कई सवाल उठने लगे हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यह मुलाकात पुरानी हो सकती है और इसकी जांच की जा रही है. हालांकि, शिवसेना से जुड़े सूत्रों का दावा है कि यह मुलाकात जून में हुई थी और इसके पुख्ता प्रमाण भी मौजूद हैं. विधायक से इस मामले पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी.
बाप के लिए बढ़ते संकट के संकेत
भारत आदिवासी पार्टी के पास वर्तमान में राजस्थान में 3 विधायक और एक सांसद हैं. लेकिन अब, जब बसपा के दोनों विधायक और एक निर्दलीय विधायक पहले ही शिवसेना के साथ जा चुके हैं, बाप के इन विधायकों का शिवसेना से जुड़ना राजकुमार रोत की पार्टी के लिए एक बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा कर सकता है. राजस्थान में उपचुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं. बाप विधायक थावरचंद मीणा की एकनाथ शिंदे से मुलाकात ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है. अगर बाप के विधायक शिवसेना के साथ जाते हैं, तो यह पार्टी के लिए एक गंभीर संकट का संकेत हो सकता है. ऐसे में आने वाले समय में इस मुद्दे पर और अधिक स्पष्टता और नई घटनाएं सामने आ सकती हैं.
Read More: Stree 2 का बॉक्स ऑफिस पर धमाल..500 करोड़ से बस कुछ ही दूर…अभी नहीं थमेगी कमाई की रफ्तार!