लोकसभा चुनाव 2024: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए गठबंधन को टक्कर देने के लिए एकजुट हुए इंडिया गठबंधन में अब तक 4 मीटिंगों का दौर हो चुका है लेकिन गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर कोई बात फाइनल नहीं हुई है.अलग-अलग राज्यों के क्षेत्रीय दलों के साथ बनकर तैयार हुआ इंडिया गठबंधन इन दिनों 2024 के चुनाव में पीएम मोदी को हराने और भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए जोर-अजमाइश में जुटा है लेकिन गठबंधन में शामिल दलों के बीच ही कई मसलों पर आपसी सहमति नहीं बन पा रही है.इस बीच एक नई खबर सामने आ रही है कि,इंडिया गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी ने अपनी शर्त के साथ शामिल होने की इच्छा जाहिर की है।
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क्या इंडिया गठबंधन का हिस्सा होंगी मायावती?
मायावती के करीबी और बसपा सांसद मलूक नागर के एक बयान के बाद चर्चा तेज हो गई है कि,बहुजन समाज पार्टी भी इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकती है लेकिन अगर मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा नहीं बनाया गया तो गठबंधन के साथ ये बेइमानी होगी….यूपी के अमरोहा से बीएसपी सांसद मलूक नागर ने गठबंधन के सामने ये शर्त रख दी है कि,मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाया गया तो पार्टी गठबंधन में शामिल होने पर विचार करेगी।
‘मायावती को बनाएं प्रधानमंत्री का चेहरा’
आपको बता दें कि,यूपी में समाजवादी पार्टी और रालोद इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं लेकिन बहुजन समाज पार्टी को लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है.मलूक नागर का कहना है कि,अगर इंडिया गठबंधन सचमुच बीजेपी को हराना चाहती है तो उसे मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाना चाहिए गर ऐसा नहीं होता है तो मोदी को हराना किसी गठबंधन के बूते की बात नहीं होगी।मलूक नागर ने कहा कि,बीजेपी के पास 44 फीसदी वोट है जबकि इंडिया गठबंधन के पास 37-38 फीसदी और बसपा के पास 13 फीसदी वोट है जो निर्णायक हो सकता है.मायावती दलित समाज का सबसे बड़ा चेहरा हैं जिन्हें हर राज्य में दलित का अच्छा समर्थन प्राप्त है अगर इंडिया गठबंधन उनको प्रधानमंत्री का चेहरा बना दे तो गठबंधन के लिए मोदी को टक्कर देना आसान हो जाएगा।
अखिलेश यादव ने बैठक में उठाया था सवाल
दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बसपा को लेकर सवाल उठाए थे उन्होंने पूछा था कि,इंडिया गठबंधन में बसपा के शामिल होने के पीछे क्या विचार है….उन्होंने कहा कि,अगर बसपा गठबंधन में शामिल हो रही है तो कांग्रेस सबसे पहले इस पर अपनी मंशा जाहिर करे क्योंकि तब सपा भी गठबंधन को लेकर अपना स्टैंड रख पाएगी।वहीं आरएलडी चीफ जयंत चौधरी की बसपा के साथ नजदीकी बढ़ने की खबरों पर विराम लगाते हुए जयंत चौधरी ने कहा था कि,हम बीएसपी से बात नहीं कर रहे हैं लेकिन मीडिया में खबरें जोरों-शोरों से चल रही हैं लेकिन इस पर फैसला बसपा को करना होगा….बसपा सुप्रीमो मायावती पहले से ही कहती रही हैं वो गठबंधन में शामिल नहीं होंगी उन्हें जबरदस्ती गठबंधन में शामिल करना सही नहीं होगा।
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