DGCA: एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट और अकासा देश में बोइंग 737 शृंखला के विमानों का संचालन करते हैं। डीजीसीए ने इन ऑपरेटरों से सुरक्षा जोखिम आकलन करने तथा कुछ विशेष प्रकार की इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग बंद करने को कहा है।
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बोइंग 737 शृंखला के विमानों का संचालन करता है
भारत में विमानन क्षेत्र के नियामक ने बोइंग 737 जेटलाइनर संचालित करने वाली एयरलाइनों को रडर (पतवार) की सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के बारे में आगाह किया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA)ने संभावित रूप से जाम या प्रतिबंधित रडर नियंत्रण प्रणालियों के बारे में एयरलाइनों को चेतावनी दी है। विमान का रडर एक ऐसा प्राथमिक तंत्र है जो जेट की गति को नियंत्रित करता है। फिलहाल देश में एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट और अकासा देश में बोइंग 737 शृंखला के विमानों का संचालन करते हैं। डीजीसीए ने इन ऑपरेटरों से सुरक्षा जोखिम आकलन करने तथा कुछ विशेष प्रकार की इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग बंद करने को कहा है।
2030 तक 30 करोड़ तक पहुंच जाएगी- नायडू
नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने सोमवार को कहा कि,भारत में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 2030 तक 30 करोड़ तक पहुंच जाने का अनुमान है साथ ही हवाई अड्डों के विकास पर करीब 11 अरब डॉलर खर्च किए जा रहे हैं। ‘फ्रेंच एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज एसोसिएशन’(जीआईएफएएस) की ओर से राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित सम्मेलन में उन्होंने कहा कि,भारत और फ्रांस एक मजबूत वैश्विक एसएएफ (सतत विमानन ईंधन) आपूर्ति श्रृंखला विकसित करने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।
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157 हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट और वॉटरड्रोम
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागर विमानन बाजारों में से एक है और बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एयरलाइंस अपने बेड़े के साथ-साथ तंत्र का भी विस्तार कर रही है।नायडू ने कहा,2030 तक घरेलू हवाई यात्री यातायात 30 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है,जबकि अगले 20-25 वर्षों में 200 और हवाई अड्डों के विकसित होने की उम्मीद है।भारत में वर्तमान में 157 हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट और वॉटरड्रोम हैं।2025 के अंत तक चालू हवाई अड्डों की संख्या 200 तक पहुंचने की उम्मीद है।मंत्री ने कहा,भारत और फ्रांस के बीच साझेदारी की संभावनाएं अपार हैं।