Kal Ka Mausam 30 April 2025: मौसम विभाग ने दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में आने वाले दिनों में राहत देने वाले मौसम का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। मई के पहले दिन दिल्ली-एनसीआर में हल्की ठंडक महसूस हो सकती है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। साथ ही, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार में भी आंधी के साथ बारिश का पूर्वानुमान है, जो इन क्षेत्रों में गर्मी से राहत का कारण बन सकती है। एक रिपोर्ट मुताबिक, अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिणी राज्यों में मानसूनी गतिविधियों के संकेत हैं, जिसमें सिक्किम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, अंडमान और निकोबार, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटका और आंध्र प्रदेश में बारिश होने का अनुमान है।
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दक्षिण भारत में मानसूनी गतिविधियां
इस दौरान दक्षिणी राज्यों में तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने आकाशीय बिजली गिरने और ओलावृष्टि की चेतावनी भी दी है। यह गतिविधियां प्री-मानसून के असर के कारण हो सकती हैं और अगले एक महीने तक इन राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। हालांकि, पश्चिमी भारत के राज्य जैसे महाराष्ट्र और गुजरात में गर्मी अधिक रहेगी और लू चलने का भी पूर्वानुमान है।
आंधी और बारिश का पूर्वानुमान
उत्तर प्रदेश के मौसम में अगले कुछ दिनों में बदलाव देखने को मिलेगा। पश्चिमी और पूर्वी यूपी में बादल छाए रहने के साथ आंधी और बारिश का अनुमान है। अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना जताई गई है। पूर्वी यूपी के जिलों में तेज हवाएं चलने और बारिश के साथ गरजने की संभावना है, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी। यहां 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जो मौसम में ठंडक लाएंगी।
बिहार में बारिश और येलो अलर्ट
बिहार में अगले 5 दिनों तक मौसमी गतिविधियां जारी रह सकती हैं। विशेषकर पूर्वी बिहार और तराई क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 3 मई तक बारिश का पूर्वानुमान जताया है। कई जिलों में तेज हवाओं के साथ वज्रपात की संभावना है और येलो अलर्ट जारी किया गया है। खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, बांका, जमुई, शेखपुरा, औरंगाबाद, गया, नवादा, रोहतास, कैमूर, भागलपुर, मधुबनी, नालंदा, पटना, दरभंगा, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिलों में बारिश का अलर्ट जारी है।
राजस्थान में लू का खतरा, तापमान 46 डिग्री तक पहुंचा
राजस्थान में इस समय गर्मी अधिक है। बाड़मेर में अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से काफी अधिक है। आईएमडी ने 30 अप्रैल तक राज्य के पश्चिमी और उत्तरी भागों में लू चलने का पूर्वानुमान जताया है। मई के पहले हफ्ते में पूर्वी हवाओं के प्रभावी होने और एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आंधी और बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे तापमान में कमी आने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है, तो गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी।
मध्य भारत में प्री-मॉनसून की शुरुआत
मध्य भारत के कुछ हिस्सों में प्री-मॉनसून की शुरुआत हो सकती है। कर्नाटका, बंगाल, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य प्रदेश का पूर्वी भाग, तेलंगाना और पूर्वी भारत में प्री-मॉनसून गतिविधियां सक्रिय हो सकती हैं। इस साल जून से सितंबर तक सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान है। इस दौरान आंधी, तूफान, आकाशीय बिजली और ओलावृष्टि जैसी घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, मानसून की आधिकारिक शुरुआत 1 जून से होती है।
सनबर्न और हीटवेव के जोखिम, सावधानी जरूरी
गर्मियों में सनबर्न का खतरा अधिक रहता है, जो त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे त्वचा में सूजन, लाल दाग, और दर्द हो सकता है। इसके अलावा, गर्मी के मौसम में हीटवेव का भी अलर्ट रहता है, जो शरीर को काफी प्रभावित कर सकता है। अगर शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक होता है, तो पानी की कमी, बुखार, उल्टी, दस्त और थकान जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इस दौरान अधिक सतर्क रहने की जरूरत होती है।
तापमान में वृद्धि के बाद राहत की संभावना
हॉट डे तब घोषित किया जाता है जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो। इस दौरान सामान्य तापमान से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर मौसम विभाग हॉट डे की चेतावनी देता है। अप्रैल से जून तक यह स्थिति आम होती है, जिससे लोगों को अधिक सावधान रहना चाहिए।