बलरामपुर संवाददाता-प्रमोद पाण्डेय
एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार और देश की नरेंद्र मोदी सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण व शहरी इलाकों में स्वच्छता के संदेश को धार देने में जुटी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ, निचले स्तर पर जिनके ऊपर गांव और शहरों को साफ करने की जिम्मेदारी है उनकी उदासीनता की वजह से तमाम ग्रामसभा में स्वच्छता की न केवल कमी देखी जाती है। बल्कि नालियां टूटी, गंदी सड़के और गंदगी का भरमार गांव की पहचान बन चुका है। एक ऐसा ही गांव है जिसका नाम जहाँदरिया है। गैंसड़ी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले इस ग्राम सभा में ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम प्रधान ने विकास का कोई कार्य नहीं करवाया है। ग्राम प्रधान पिछले तीन सालों से विकास के कार्यों में लगातार हीला-हवाली कर रहा है।
अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजते हुए…
इस कारण से गांव में तमाम जगहों पर न केवल गंदगी पसरी रहती है। बल्कि गांव के एक मोहल्ले में बड़े पैमाने पर जलभराव की समस्या है। जलभराव और लोगों के घरों से निकलने वाले गंदे पानी के कारण आसपास के 300 से 400 लोग बीमारी से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों ने कई बार शिकायती पत्रों के जरिए अधिकारियों को यह अवगत भी करवाया कि उनके गांव की स्थिति बहुत खराब है। बजबजाती हुई नालियां और जलभराव उनकी प्रमुख समस्या है। लेकिन अधिकारियों ने इस बाबत कोई ध्यान नहीं दिया। स्थानीय आरोप लगाते हैं कि कई बार तहसील दिवस में तो कई बार BDO और अन्य अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजते हुए यह शिकायत की गई कि गांव के एक मोहल्ले में बड़े पैमाने पर जलभराव की समस्या है।
यहां पर बच्चों को स्कूल जाना हो या किसी बीमार को अस्पताल गंदगी से भरे पानी को पार करके मुख्य सड़क पर पहुंचना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि जब कोई त्यौहार आता है तो ग्राम प्रधान नाली खुलवाकर पानी को निकलवा देते हैं। उसके बाद स्थिति फिर वैसी ही बन जाया करती है।
इस कारण से गांव में गंदगी और बीमारी की भरमार…
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में सफाई कर्मी तो नियुक्त है लेकिन वह कभी भी नहीं आता है। साल में एक बार आकर वह मज़दूरों के माध्यम से साफ सफाई करवा देता है। उसके बाद से हम सभी उसका चेहरा देखने के लिए तरस जाते हैं। इस कारण से गांव में गंदगी और बीमारी की भरमार है। जब हमने इस बारे में सीडीओ संजीव मौर्य से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि आपके द्वारा मामले को संज्ञान में लाया गया है। गांव में जांच करवाई जा रही है। जिस तरफ पानी निकालने की व्यवस्था बनेगी। उस तरफ नाली का निर्माण कराकर ग्रामीणों को समस्याओं से निजात दिलाया जाएगा।