Ram Mandir in Ayodhya: अयोध्या में भगवान् राम का दिव्य, भव्य राम मंदिर का कार्य पूर्ण होने के बाद, राम जी के बाल रूप राम लल्ला जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा शास्त्रोक्त पद्वति से की जाएगी। प्रभु श्री राम हिंदुओं के लिए एक आदर्श और प्रेरणा की मूरत हैं, और जब से अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तिथि सामने आई है तब से ही लोग वहां पहुंच रहे है। वहां श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगी है, इस बीच हैदराबाद के 64 वर्षीय चल्ला श्रीनिवास शास्त्री, चल्ला श्रीनिवास भगवान राम के लिए सोने से बने खड़ाऊ को लेकर अयोध्या के लिए पैदल ही निकल चुके हैं, वह करीब 8,000 किलोमीटर की पदयात्रा करके अयोध्या पहुंचेंगे, वह राम के लिए जो खड़ाऊ लेकर निकले हैं, उसकी कीमत करीब 65 लाख रुपये है…
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भगवान राम की ओर से स्थापित शिवलिंगों पर भी रुके है..
बता दें कि श्रीनिवास शास्त्री अपने पदयात्रा को दौरान भगवान राम के ‘वनवास’ (निर्वासन) को दर्शाते हुए आएंगे, वह अयोध्या-रामेश्वरम रूट को फॉलो कर रहे हैं, इससे पहले वह राम मंदिर के लिए चांदी की पांच ईंटें दान कर चुके हैं, उन्होंने 20 जुलाई को अपनी पदयात्रा शुरू की और रास्ते में भगवान राम की ओर से स्थापित शिवलिंगों पर भी रुके है….
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श्रीनिवास शास्त्री ने बताया कि..
उनसे बातचीत के दैरान श्रीनिवास शास्त्री ने बताया कि,- “मेरे पिता ने अयोध्या में ‘कार सेवा’ में भाग लिया था, वह भगवान हनुमान के बहुत बड़े भक्त थे, उनकी इच्छा थी कि अयोध्या में राम का मंदिर बने, अब मेरे पिता इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन मैंने उनकी इच्छा पूरी करने का फैसला किया,” चल्ला श्रीनिवास शास्त्री को बीच में किसी काम से ब्रिटेन जाना था, इस वजह से उन्हें यह यात्रा कुछ दिन के लिए रोकनी पड़ी थी, लेकिन भारत में आने के बाद उन्होंने अपनी यात्रा तमिलनाडु में उसी जगह से शुरू की, जहां छोड़ी थी, 6 जनवरी को वह अयोध्या से करीब 272 किमी दूर उत्तर प्रदेश के चित्रकूट तक पहुंच चुके थे।
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पदयात्रा को दौरान के पांच अन्य लोग शामिल..
बताया जा रहा कि शास्त्री की इस आध्यात्मिक यात्रा के दौरान पांच अन्य लोग भी शामिल हैं, वहीं अयोध्या भाग्यनगर सीताराम फाउंडेशन के संस्थापक के रूप में शास्त्री अयोध्या में स्थायी रूप से बसने की योजना बना चुके हैं, वह इस शहर में अपने लिए एक घर बनाने की भी प्लानिंग कर रहे हैं…