Ayodhya Ram Mandir: आखिर 500 सालों का लंबा इंतजार खत्म हो गया है, शुभ घड़ी आ गई है। वर्षों का इंजार अब जाकर खत्म हो गया है। जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार था। रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो गए है। पीएम मोदी आयोध्या राम मंदिर, रामलला के लिए उपहार लेकर पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान किया, इस दौरान RSS प्रमुख मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल,सीएम योगी मौजूद रहे। प्राण प्रतिष्ठा संमपन्न होते ही प्रभु श्री राम की अलौकिक एवं दिव्य मूर्ति ने सभी राम भक्तों का मन मोह लिया।
पूरी दुनिया में उत्साह
राम मंदिर देश का एक ऐतिहासिक प्रतीक बन गया है। आज का दिन सभी के लिए बहुत ही खास है। इस पल को भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में उत्साह की तरह मनाया जा रहा है। सिविल कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक राम मंदिर तक मामला गया और आखिरकार साल 2019 में हिंदू पक्ष के हक में फैसला आया। उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद ही राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ और आखिरकार आज वो शुभ घड़ी आ गई, जब भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हो गए।
इतिहास को देखें तो इसके तीन अहम पड़ाव
अगर अयोध्या के इतिहास को देखें तो इसके तीन अहम पड़ाव है। पहला पड़ाव साल 1949 जब विवादित स्थल पर रामलला की मूर्ती प्रकट हुई। उसके बाद दूसरा पड़ाव वो जब साल 1986 में फैजाबाद (अब अयोध्या) की एक स्थानीय अदालत के आदेश पर विवादित स्थल का ताला खुला। आखिरी और तीसरा पड़ाव साल 1992, जब हजारों कारसेवक विवादित स्थल तक पहुंच गए और उसे ढहा दिया।
read more: Ram Mandir के Pran Pratistha में शामिल होने के लिए रवाना हुए ये दिग्गज सुप्पर स्टार..