दूसरे टेस्ट मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए रोहित शर्मा ने वनडे वर्ल्ड कप फाइनल की पिच को औसत से कम रेटिंग देने के लिए आईसीसी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विदेशी टीमों को भारत में आने के बाद पिच को लेकर ड्रामा नहीं करना चाहिए।
IND vs SA 2nd Test: केपटाउन में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हरा दिया। बता दे कि न्यूलैंड्स के मैदान पर टीम इंडिया ने सिर्फ डेढ़ दिन में ही ऐतिहासिक जीत दर्ज की वहीं इस मुकाबले के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी पिच को लेकर पूछे गए सवाल पर अपने जवाब से सभी चौंका दिया। रोहित ने कहा कि मुझे इस तरह की पिचों पर खेलने में तब तक कोई परेशानी नहीं है, जब तक भारत में हर कोई अपना मुंह बंद रखेगा और भारतीय पिचों को लेकर शिकायत नहीं करेगा। आप यहां खुद को चुनौती देने आते हैं और जब लोग भारत आते हैं तो यह भी चुनौतीपूर्ण होता है।
पिच पर दिखा स्विंग और सीम…
बात करें केप टाउन की पिच की तो पहले सत्र में स्विंग और सीम दोनों मूवमेंट देखने को मिला। पिच में दरारों के कारण पहले दिन से ही अलग-अलग उछाल मिल रहा था और मैच के एक सत्र के अंदर साउथ अफ्रीका सिर्फ 55 रन पर ढेर हो गया। मैच की पहली पारी में भारत का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और नाटकीय तरह से 153 रन पर ऑल आउट हो गई। मैच की दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज एक बार फिर अलग-अलग उछाल से परेशान दिखे और एडन मार्करम को छोड़कर एक भी बल्लेबाज 15 रन से आगे नहीं बढ़ पाया।
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धोनी के इस रिकॉर्ड की रोहित शर्मा ने की बराबरी…
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज को 1-1 की बराबरी पर खत्म करने के साथ टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने भी एक बड़ा कारनामा करते हुए भारत के महान कप्तान एमएस धोनी के भी एक रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। यह दूसरी बार है जब भारत ने साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज को ड्रॉ पर खत्म करने में कामयाब हो सकी है। इससे पहले टीम इंडिया ने साल 2010-11 में एमएस धोनी की कप्तानी में साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज को ड्रॉ पर खत्म किया था।
जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा…
यह एक महान उपलब्धि है। सेंचुरियन में हमें गलतियों से सीखना था। हमने बहुत अच्छी वापसी की खासकर हमारे गेंदबाजों ने अचछा प्रदर्शन किया। कुछ योजनाएँ बनाईं और लड़कों को इनाम मिला। हमने खुद पर लागू किया। हमने 100 रन की बढ़त हासिल करने के लिए अच्छी बल्लेबाजी की आखिरी छह विकेट देखकर अच्छा नहीं लगा। हम जानते थे कि यह एक छोटा खेल होने वाला है, और रन मायने रखता है। बढ़त हासिल करना बहुत महत्वपूर्ण था। बहुत खास, कुछ ऐसा जो आपको अक्सर देखने को नहीं मिलता।
गेंद लगने से रोहित शर्मा की बाजू में सजून…
भारतीय कप्तान के दाहिने बाजू पर एक बाउंसर लगने के बाद सूजन आ गई थी और उन्होंने कहा कि वह विदेशों में तीखी पिच के पक्ष में हैं लेकिन केवल तभी जब पहले की दिन के पहले घंटे में पिच से टर्न मिलने पर लोग पाखंडी रवैया नहीं अपनाएं। रोहित ने कहा, ‘हम सभी ने देखा कि इस टेस्ट में क्या हुआ और पिच कैसा खेल रही थी। ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस तरह की पिचों पर खेलने में कोई आपत्ति नहीं है। जब तक कि हर कोई भारत आने पर अपना मुंह बंद रखेगा।’ उन्होंने कहा, ‘हां, यह खतरनाक है, यह चुनौतीपूर्ण है। जब वे भारत आते हैं तो वह भी चुनौतीपूर्ण होता है।’ उनका मानना है कि अब समय आ गया है कि लोग यह समझें कि जहां तक पिचों का सवाल है तो हर देश का अपना चरित्र होता है।