26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस परेड के मौके पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर परेड को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। वही गणतंत्र दिवस परेड 2024 में पंजाब की झांकी को शामिल नहीं किए जाने पर सीएम भगवंत मान नाराज हो गए हैं।
Republic Day 2024 Parade: गणतंत्र दिवस परेड 2024 में पंजाब की झांकी को शामिल नहीं किए जाने पर सीएम भगवंत मान नाराज हो गए हैं। वही आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है, और इसे बीजेपी की गंदी राजनीति बताया है। बता दे कि यह लगातार तीसरा साल है, जब गणतंत्र दिवस की परेड में दिल्ली की झांकी को शामिल नहीं किया जा रहा है। वहीं लगातार दूसरी बार पंजाब की झांकी को नहीं चुना गया है।
इस कारण आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केंद्र और बीजेपी सरकार के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की है। इसी के बीच सीएम की प्रतिक्रिया पर पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ का भी बयान समने आया है। उन्होंने पंजाब की झांकियां शामिल न करने वजह बताई है। जाखड़ ने कहा है कि झांकी को खारिज करने का कारण ये है कि झांकियों के अंदर अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की तस्वीरें हैं।
केंद्र सरकार की तरफ से मिली चिट्ठी…
सीएम मान ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड से पंजाब की झांकी को बाहर किए जाने से वो काफी निराश हुए है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का ये फैसला जांच करने योग्य है। हमारे हीरो के बलिदान की छाया में छोड़ रही है। उन्होंने बताया कि उन्हें आज केंद्र सरकार की तरफ से एक चिट्ठी मिली, जिसमे लिखा था कि पंजाब की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड से बाहर की जाती है। पता नहीं क्यों केंद्र सरकार ने पंजाब के साथ ये भेदभाव किया।
आखिरी बार 2021 में शामिल हुई थी दिल्ली की झांकी…
दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति और भाषा विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली की झांकी को नामंजूर किये जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि, यह लगातार तीसरा गणतंत्र दिवस होगा, जब दिल्ली की झांकी देश के मुख्य समारोह का हिस्सा नहीं होगी। आखिरी बार 2021 में दिल्ली की झांकी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई थी। उस साल चांदनी चौक में किए गए री-डिवेलपमेंट की थीम पर आधारित झांकी निकाली गई थी।
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पंजाब बीजेपी अध्यक्ष ने लगाया ये आरोप…
गणतंत्र दिवस परेड 2024 में पंजाब की झांकी को शामिल नहीं किए जाने पर सीएम भगवंत मान की प्रतिक्रिया पर पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ का भी बयान आया है। उन्होंने कहा है कि झांकी को खारिज करने का कारण झांकी के अंदर अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की तस्वीरें हैं। वे झांकी पर अपने चित्र या मूर्तियाँ स्थापित करना चाहते थे, जिसे केंद्र सरकार की औपचारिक इकाई ने अस्वीकार कर दिया, जो सभी प्रक्रियाओं की देखभाल करती है। गणतंत्र दिवस परेड आत्म-समर्थन या विज्ञापन का मंच नहीं है।
कैसे होता है झांकियों का चयन?
कमिटी इस दौरान झांकी की विजुअल अपील, लोगों पर कितना प्रभाव डालेगी, आइडिया, थीम और म्यूजिक समेत कई अन्य फैक्टर भी देखती है। बता दें कि परेड के लिए एक तय समय होता है और इसी में सब कुछ संपत करना होता है। जिसे देखते हुए परेड में भाग लेने के लिए लिमिटेड संख्या में ही झांकियों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है।
इस दौरान ध्यान रखा जाता है कि सेलेक्शन प्रक्रिया के बाद सबसे अच्छी झांकी ही परेड में शामिल हो। इस दौरान जिन भी झांकियों का सिलेक्शन हो जाता है, उन्हें रक्षा मंत्रालय एक ट्रैक्टर और एक ट्रेलर मुहैया कराता है। हालांकि इसके अलावा अगर कोई भी झांकी अन्य कोई वाहन इसमें शामिल करना चाहती है तो उसे खुद ही इसका इंतजाम करना होता है। इसके लिए भी रक्षा मंत्रालय से अनुमति लेनी होती है।