MP Accident: मध्य प्रदेश के मैहर में शनिवार रात यानी 28 सितंबर को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें यात्रियों से भरी बस खड़े ट्रक से जा टकराई। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 लोग घायल हो गए हैं। हादसा उस समय हुआ जब उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से नागपुर जा रही तेज रफ्तार बस ने सड़क किनारे खड़े पत्थर से लदे एक ट्रक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। बस में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए बचाव दल को गैस कटर का सहारा लेना पड़ा।
गंभीर घायलों की हालत नाजुक
हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। घटनास्थल पर मौजूद राहत दल ने घायलों को बस से निकालकर एंबुलेंस के जरिए पास के अस्पतालों में भेजा। घायलों को मैहर, अमरपाटन और सतना के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से घायल हुए यात्रियों में से छह की हालत नाजुक बताई जा रही है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए सतना रेफर किया गया है। मैहर के पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने जानकारी दी कि हादसे में कुल 9 लोगों की जान गई है, जिनमें से 6 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी। बाकी 3 की मौत अस्पताल ले जाते समय हो गई। पुलिस ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है, क्योंकि कई घायलों की हालत बेहद गंभीर है।
घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी

हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल, एसडीएम विकास सिंह, तहसीलदार जीतेंद्र वर्मी और अन्य अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे। उन्होंने राहत और बचाव कार्य की निगरानी की और घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की। बचाव दल ने गैस कटर की मदद से बस के अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। अधिकारियों ने बताया कि बस पूरी तरह से ट्रक में चिपक गई थी, जिससे यात्रियों को बाहर निकालने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा।
तेज रफ्तार और लापरवाही बनी हादसे की वजह
इस भयानक हादसे की मुख्य वजह तेज रफ्तार और लापरवाही मानी जा रही है। बस प्रयागराज से नागपुर जा रही थी और रास्ते में मैहर के नादन इलाके में सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। पुलिस की शुरुआती जांच में यह पाया गया है कि बस की रफ्तार काफी तेज थी और ड्राइवर ने सड़क किनारे खड़े ट्रक को समय पर नहीं देखा, जिसके चलते यह हादसा हुआ। बस में करीब 45 यात्री सवार थे, जिनमें से कई लोग गहरी नींद में थे। टक्कर के बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल हो गया। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और तत्काल राहत कार्य शुरू किया गया।
मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग
घटना के बाद मृतकों के परिजनों में शोक की लहर है। स्थानीय प्रशासन से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की जा रही है। वहीं, घायलों का इलाज मुफ्त में करने और उनके उचित देखभाल की भी मांग की जा रही है। सरकार की ओर से अभी तक मुआवजे को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन प्रशासन ने कहा है कि घायलों को हर संभव चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी।
हादसों का हॉटस्पॉट बनता मैहर क्षेत्र
यह कोई पहला हादसा नहीं है जब मैहर इलाके में इस तरह की दुर्घटना हुई हो। इससे पहले भी इस क्षेत्र में कई बार सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई लोगों की जान गई है। तेज रफ्तार और सड़क किनारे खड़े ट्रकों के कारण इस इलाके में सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को यहां पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने की जरूरत है, ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
मैहर के नादन इलाके में हुए इस भीषण सड़क हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। तेज रफ्तार, लापरवाही और सड़क किनारे खड़े वाहनों के कारण इस तरह के हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रशासन को जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके और लोगों की जान बचाई जा सके।