मालदीव छुट्टियां मनाने और घूमने के लिहाज से दुनिया की सबसे पसंदीदा जगहों में गिना जाता है। इसकी वजह इस देश की सुंदरता और समुद्र से घिरा होना है। लेकिन इस समय ना सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के कई देशों में लक्षद्वीप की चर्चा काफी हो रही है, जिसका कारण है भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
Lakshadweep: लक्षद्वीप दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकृति के साथ भी वक्त बिताया। उन्होंने अपने अनुभवों और फोटो शेयर करते हुए कहा प्र कि जो लोग एडवेंचर करना चाहते हैं, उनकी लिस्ट में लक्षद्वीप होना चाहिए। मैंने स्नॉर्कलिंग का प्रयास किया। यह आनंददायक अनुभव था, साथ ही उन्होंने कहा कि यह जगह शांति, खूबसूरती और रोमांच के लिए शानदार है। बता दे कि प्रधानमंत्री मोदी का लक्षद्वीप दौरा मालदीव के लिए भी एक संदेश माना जा रहा है। भारत से बेरुखी और चीन को बार-बार प्यार दिखा रहे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को नरेंद्र मोदी ने झटका देने की कोशिश की है। सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर मोदी का ये दौरा मालदीव के लिए परेशानी जरूर खड़ी कर सकता है।
क्या मोदी ने दिया ‘मालदीव नहीं लक्षद्वीप आओ’ का संदेश?
मालदीव भारतीयों के छुट्टी बिताने के लिए पसंदीदा स्थान रहा है। भारत के फिल्मी सितारों से लेकर कारोबारी और नौकरीपेशा लोग भी मालदीव जाते रहे हैं। मालदीव के समुद्र तट भारतीयों को काफी भाते हैं। नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप पहुंचकर एक तरह से लोगों से सवाल किया है कि मालदीव ही क्यों लक्षद्वीप क्यों नहीं, जहां कम समय और खर्च में उसी तसरह का आनंद आप ले सकते हैं। लक्षद्वीप के शानदार समुद्र तट बड़े स्तर पर पर्यटक संभावनाओं की ओर इशारा करते हैं। लक्षद्वीप भी प्राकृतिक सौंदर्य और शांति के मामले में मालदीव को टक्कर देता है।
मालदीव को कैसे संदेश?
पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा का जियो-पॉलिटिकल महत्व भी काफी है। पहली बात तो यात्रियों के बीच में मालदीव की प्रसिद्धि काफी ज्यादा है। अब लक्षद्वीप को एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर डेवलप करके इसे मालदीव से ज्यादा प्रसिद्धि दिलाने का मकसद है। इसके साथ ही साथ, भारत विरोधी सुर में बोल रहे मालदीव के नए राष्ट्रपति को भी यहां कड़ा संदेश देने का काम पीएम मोदी ने किया है। गौरतलब है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत से अपने सैनिकों को हटाने के लिए कह चुके हैं। मुइज्जू ने कहा कि वह इस बात को लेकर दृढ़प्रतिज्ञ हैं कि उनका देश विदेशी सैनिकों की मौजूदगी के बिना पूरी तरह से आजाद रहे। माना जा रहा है कि वह चीन के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी का लक्षद्वीप जाना, मालदीव के लिए एक बड़ा संदेश हो सकता है।
पीएम मोदी की यात्रा ने ध्यान आकर्षित किया: जयशंकर
वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे को लेकर कहा कि उनकी इस यात्रा ने लक्षद्वीप में पर्यटन की अपार संभावनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है। जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, लक्षद्वीप का दौरा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यटन की अपार संभावनाओं की तरफ ध्यान आकर्षित किया है। यह हम सभी के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। उम्मीद है ज्यादा से ज्यादा पर्यटक लक्षद्वीप की समृद्धि में योगदान देंगे। वे इसकी अनूठी संस्कृति और परंपराओं का भी अनुभव करेंगे।
लगातार दूसरे दिन लक्षद्वीप गूगल पर सर्वाधिक सर्च किया गया…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से यात्रा की साझा की गई तस्वीरों के बाद लक्षद्वीप लगातार दूसरे दिन गूगल सर्च इंजन पर सबसे अधिक खोजा जाने वाला कीवर्ड बना रहा। केंद्र शासित प्रदेश को सर्च करने वालों की संख्या शुक्रवार को भी अधिक बनी रही। प्रधानमंत्री के यह कहने के बाद कि वह द्वीपों की आश्चर्यजनक सुंदरता और वहां के लोगों की अविश्वसनीय गर्मजोशी से अब भी आश्चर्यचकित हैं, 50,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं ने इसे गूगल पर सर्च किया।