UP Police Paper Leak: यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर लगातार बवाल हो रहा था. सोशल मीडिया पर हर दिन अभ्यार्थी पेपर लीक पर प्रदेश की योगी सरकार से सख्त कार्यवाही की मांग कर रहे थे. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड(UPPRPB) ने अभ्यार्थियों से पेपर लीक की शिकायतों पर सबूत के साथ आपत्तियां मांगे थे. वहीं पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए योगी सरकार ने पेपर को रद्द कर दोबारा भर्ती परीक्षा कराने की मांग को स्वीकार कर लिया है.
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‘एक बार फिर कड़ी कार्रवाई करने जा रही सरकार’
बीते दिन सीएम योगी ने विभिन्न विभागों के लिए करीब 1800 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को लोकभवन में नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना ‘राष्ट्रीय पाप’ है और इसमें लिप्त लोगों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा, जो भविष्य के लिए नजीर बनेगी.सीएम योगी ने कहा, ”अगर युवाओं के साथ अन्याय होता है तो यह राष्ट्रीय पाप है. पहले दिन से ही हमने तय किया है कि युवाओं के जीवन और भविष्य के साथ जो कोई भी खिलवाड़ करेगा हम उसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और उन तत्वों से सख्ती से निपटेंगे. हमारे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सरकार पहले भी कार्रवाई करती रही है और एक बार फिर कड़ी कार्रवाई करने जा रही है.”
पुलिस भर्ती परीक्षा को किया गया निरस्त
आपको बता दे कि पेपर लीक के मुद्दे पर अभ्यर्थियों के लगातार विरोध-प्रदर्शन के बाद सीएम योगी ने एक बड़ा एक्शन लिया. उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा को शनिवार को निरस्त कर दिया था और छह माह के भीतर पुन: परीक्षा कराने का आदेश दिया. सीएम योगी ने कहा,”नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी से आगे नहीं बढ़ पा रही है तो यह युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और उनकी प्रतिभा को पलायन के लिए मजबूर करता है.”
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