सुल्तानपुर संवाददाता- Ashutosh Srivastava
सुल्तानपुर: नाबालिगों द्वारा बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाना एक आम बात है। अगर कोई कोई नाबालिग ड्राइविंग करते हुए पकड़ा जाता है तो यह उससे पेरेंट्स की जेब पर काफी भारी पड़ सकता है। यातायात नियम के हिसाब से भारत में ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने की कम मिनिमम उम्र 18 साल है। इसका मतलब यह है, कि अगर कोई जो 18 साल के कम का है और बाइक या कार चलाते हुए पकड़ जाता है तो इसे कानून का उल्लंघन माना जाएगा। हालांकि, ज्यादातर लोग इस नियम का पालन नहीं करते हैं और देश में सड़कों पर वाहन चलाते नजर आते हैं।
नाबालिक लोगों को वाहन चलाना जुर्म है…
वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि इस तरीके से नाबालिक बच्चे ई रिक्शा और दो पहिया वाहन चला रहे हैं ट्रैफिक के समान इन्हें रोक रहे हैं और इन्हें हिदायत दे रहे हैं कि यह लोग भविष्य में वाहन ना चलाएं क्योंकि नाबालिक लोगों को वाहन चलाना जुर्म है सरकार भी इसके प्रति काफी गंभीर है और विगत दिनों शासनादेश भी आया है कि नाबालिक बच्चों को यदि वाहन चलाते देखा जाए तो उनके विभागों से जमाने की राशि अदा की जाए लेकिन देखने यह है सरकार के इस आदेश का बच्चे और आदेश का पालन करने वाले अधिकारी कितना संज्ञान लेते हैं वही वही परिवहन विभाग के अधिकारी बता रहे हैं कि शासनादेश के तहत नाबालिकों के वाहन चलाने की चेकिंग लगातार की जा रही है और विभागों से जमाने की राशि भी वसूल करने की तैयारी हो रही है।