महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का अमेठी दौरे पर आक्रमक रूप देखने को मिला। बता दे कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी उस वक्त एक शिक्षा अधिकारी पर भड़क गईं, जब उन्हें पता चला कि रिटायर्ड स्कूल शिक्षकों का बकाया भुगतान नहीं किया गया है और मामला काफी समय से पेंडिंग है।
Amethi: केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपी की सांसद स्मृति ईरानी अपने ससंदीय क्षेत्र के दौरे पर हैं। उन्होंने रामदैपुर गांव में चौपाल लगाई। इस दौरान एक बुजुर्ग रिटायर्ड टीचर उनके पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। उन्होंने शिकायत किया कि जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) उनके बकाया राशि का भुगतान नहीं कर रही हैं। वह अपने पैसे के लिए कई महीनों से डीआईओएस ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं। इसके बाद स्मृति इरानी ने फोन कर महिला डीआईओएस को जमकर फटकार लगाई, और उन्होंने तुरंत जिला विद्यालय निरीक्षक को फोन कर सभी लंबित मामलों को तुरंत निपटाने को कहा।
कांग्रेस पर साधा निशाना…
इस दौरान राशन कार्ड, वृद्ध पेंशन व किसानों के हित के लिए अधिकारियों को निर्देशित करके हुए कहा कि अमेठी की जनता हमारी अपनी है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रामदयपुर से निकलकर केंद्रीय मंत्री मुंशीगंज पहुंची जहां रुककर उन्होंने एक चाय की दुकान पर चाय पी। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमसे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेठी के सांसद रहे, लेकिन उन्होंने यहां पर विकास का किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया है। सिर्फ कागजी कार्रवाई की गई थी।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे संसदीय कार्य में कागजों पर नहीं धरातल पर कार्यवाही होगी और काम भी पूरी निष्ठा से कराया जा रहा है। बीजेपी सरकार में अमेठी में विकास बहुत ही तेजी से किया जा रहा है। जो जनता भी जानती है। आज अमेठी अपनी छाप छोड़ने में किसी भी संसदीय क्षेत्र से पीछे नहीं रह गई है। आज अमेठी में क्या नहीं है। अमेठी विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर है।
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जानबूझ कर परेशान कर रही हैं…
शिकायतकर्ता राम नायक पाण्डेय ने बताया कि शासन का आदेश है कि राजकीय शिक्षक से 70 साल तक सेवा ली जाए लेकिन जनहित में डीआईओएस कोई काम नहीं कर रही हैं। जनपद में कभी भी नहीं रहती हैं। हम लोगों को जानबूझ कर परेशान कर रही हैं जिसकी शिकायत हम लोगों ने सांसद से की है। उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले सत्र का मानदेय भी नहीं दिया गया है। इस दौरान उन्होंने स्मृति ईरानी पर भरोसा जताते हुए कहा कि उन लोगों के साथ अब वह ही न्याय करेंगी।
शासन ने खाली पदों को भरने का दिया था आदेश…
रिटायर्ड शिक्षकों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में शासनादेश जारी किया था जिसमें राजकीय विद्यालय में खाली पदों पर रिटायर्ड शिक्षकों को तैनात करने की बात कही थी. जिसमें उनको 15 और 20 हजार का मानदेय मिलना था। शिक्षकों का आरोप था कि अमेठी की जिला विद्यालय अपनी मनमर्जी से काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आसपास के जिलों में तैनाती हो गई, लेकिन अमेठी में किसी की तैनाती नहीं हुई। अमेठी के राजकीय विद्यालयों में 758 पद हैं, लेकिन सिर्फ 168 शिक्षक तैनात हैं, बाकी पद खाली हैं। उन्हें मार्च 2022 का वेतन भी नहीं मिला। जिसके लिए वो कई महीनों से डीआईओएस आफिस का चक्कर लगा रहे हैं।