प्रतापगढ़ संवाददाता : गणेश राय
प्रतापगढ़: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त तत्वावधान एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश एवं जिला जज माननीय अब्दुल शाहिद अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेश के क्रम मे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ़ द्वारा महिलाओं के हित संरक्षण कानून विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन तहसील लालगंज क्षेत्र के लालगंज विकासखंड के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर दीप प्रज्वलित एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपर जिला जज नीरज कुमार बरनवाल जी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ़ ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिलाओं के हितों के संरक्षण के लिए कानूनों का प्रावधान किया गया है, जिसे जागरूक होकर प्राप्त कर सकती हैं, उन्होंने कहा कि कानून के अंतर्गत ऐसी व्यवस्था है कि लिंग के आधार पर किसी भी महिला के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा, लिंग परीक्षण के संदर्भ में उन्होंने बताया कि यदि इस कार्य में लिप्त कोई पाए गए तो प्रथम बार पकड़े जाने पर 3 वर्ष की सजा एवं आर्थिक दंड एवं द्वितीय बार पर 5 वर्ष की सजा एवं आर्थिक दंड का प्रावधान किया गया है।
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पास्को एक्ट पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि इसके लिए विशेष न्यायालय का प्रावधान किया गया है। पीड़ित व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाती है एवं अपराधी को इसके लिए गंभीर सजा का प्रावधान किया गया है। घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि घरेलू हिंसा से पीड़ित महिला को उसी घर में निवास का अधिकार है। कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए लैंगिक उत्पीड़न से बचाने के लिए कानूनों का प्रावधान किया गया है।
संपत्ति में महिलाओं का बराबरी अधिकार – नीरज
उन्होंने कहा कि संपत्ति में महिलाओं को बराबरी का अधिकार प्राप्त है। सीनियर सिटीजन एक्ट के अंतर्गत जिले में वृद्धावस्था आश्रम की व्यवस्था के संदर्भ में लोगों को जानकारी दिया। प्रशिक्षण प्राप्त कर नारी संघ की महिलाएं लोगों को उनके अधिकारों के बारे मे जागरूक करेंगी ताकि लोग शोषण से बच सकें।
इस अवसर पर तहसीलदार लालगंज धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्रों में आगे आ रही हैं, लड़कियों आज शिक्षा प्राप्त कर प्रत्येक क्षेत्रों में नाम रोशन कर रही हैं ।महिलाओं के शिक्षित होने से परिवार, समाज एवं देश आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर वरिष्ठ पैनल अधिवक्ता जेल विजिटर विश्वनाथ त्रिपाठी जी ने कहा कि महिलाओं को वैवाहिक विवादों में जहां मध्यस्थता के माध्यम से समाधान कराने का अधिकार है वही अलगाव की स्थिति में उन्हें गुजारा भत्ता पाने का अधिकार प्राप्त है ।
अधिकारों को लेकर महिलाओं को किया गया जागरूक
उन्होंने बताया कि वैवाहिक विवादों के संदर्भ में प्री लिटिगेशन के माध्यम से मध्यस्थता के द्वारा वैवाहिक विवादों का समाधान कराया जा सकता है। इस अवसर पर चीफ लीगल एंड डिफेंस काउंसिल महावीर यादव जी ने कहा कि जेल में बंदियों को विधिक सहायता, घरेलू हिंसा ,भरण पोषण आदि में निशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
चिकित्सा अधिकारी डॉ किरन सिंह ने सर्वाइकल कैंसर के प्रति महिलाओं को जागरूक किया। रूरल बार के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ला ने महिलाओं को निशुल्क विधिक सहायता एवं उनके लिए कानूनी प्रावधानों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रिया जायसवाल जिला कार्यक्रम समन्वयक द्वारा महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाएं पर लोगों को जानकारी दी गई।
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कार्यक्रम में ये लोग हुए शामिल
इस अवसर पर अधिवक्ता विकास द्वारा राष्ट्रीय महिला आयोग एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की भूमिका के बारे में प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का संचालन निरंजन प्रकाश तिवारी निदेशक लोकप्रिय जनहित सेवा संस्थान और पीएलवी, विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया। लोगों के प्रति आभार एसडीओ पंचायत आद्या प्रसाद जी द्वारा ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर नायाब तहसीलदार पंकज कुमार, जिला विधिक प्राधिकरण के पीएलवी महेंद्र त्रिपाठी, विशाल त्रिपाठी, सुरेंद्र कुमार सरोज, एडवोकेट शिंटू मिश्रा, अखिलेश विश्वकर्मा, मीना, आशा सरोज बृजेश आदि लोग मौजूद रहे।