Mahagathbandhan Meeting: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। गुरुवार को पटना स्थित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कार्यालय में महागठबंधन की पहली औपचारिक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कांग्रेस, राजद सहित अन्य सहयोगी दलों के नेता शामिल हुए। इससे पहले 15 अप्रैल को राजद नेता तेजस्वी यादव ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जो आगामी चुनाव के मद्देनज़र राजनीतिक संकेतों से भरपूर मानी जा रही है।
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तीन घंटे चली मैराथन बैठक
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि यह महागठबंधन की पहली बैठक थी, जिसमें जनता के मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा हुई। उन्होंने कहा, “बिहार की जनता पिछले 20 सालों की सरकार से नाराज है। यहां असली डबल इंजन सरकार अपराध और भ्रष्टाचार की है। एक इंजन अपराध चला रहा है, दूसरा भ्रष्टाचार।” तेजस्वी ने वर्तमान सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि इतने वर्षों में एक भी ऐसा सकारात्मक कार्य नहीं हुआ जिसमें बिहार अग्रणी बना हो।
“बिहार की लड़ाई हम लड़ेंगे”
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि महागठबंधन इस बार पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरेगा। उन्होंने कहा कि, “जनता के हर मुद्दे पर हमारी बातचीत हुई है और हम पूरी ताकत के साथ जनता के बीच जाएंगे।” उन्होंने यह भी दोहराया कि महागठबंधन की लड़ाई बिहार को बेहतर दिशा देने के लिए है, न कि सिर्फ सत्ता के लिए।
कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरा
तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “प्रदेश में पुलिसकर्मियों की पिटाई हो रही है, महिलाओं के साथ बर्बरता की जा रही है, और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।” उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज़ नहीं रह गई है, जिससे आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।
महागठबंधन की समन्वय समिति का गठन
कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने बैठक के बाद जानकारी दी कि सभी दलों की सहमति से एक समन्वय समिति का गठन किया गया है। यह समिति महागठबंधन के भीतर संवाद और निर्णय प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए बनाई गई है। खास बात यह रही कि इस समिति की कमान तेजस्वी यादव को सौंपी गई है।
सीट बंटवारे पर नहीं हुई कोई चर्चा
कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने बताया कि इस पहली बैठक में सीट बंटवारे को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि, “समन्वय समिति गठबंधन की आगे की योजना और रणनीति तय करने का कार्य करेगी। आने वाले दिनों में सीट शेयरिंग और संयुक्त घोषणापत्र जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।”
महागठबंधन की यह बैठक बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति तय करने की दिशा में पहला कदम मानी जा रही है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बने समन्वय समिति से यह स्पष्ट है कि राजद इस बार गठबंधन की धुरी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है।