Kharmas 2025: खरमास हिन्दू कैलेंडर के अनुसार एक विशेष समय होता है, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है और यह अवधि लगभग एक माह तक चलती है। इस समय को शुभ कार्यों के लिए मना किया जाता है, क्योंकि इसे असमय या अशुभ समय माना जाता है। खरमास का समय एक प्रकार का संक्रमण काल होता है, जब लोग अपने घरों में धार्मिक आस्थाओं के अनुसार विशेष सावधानियां बरतते हैं। 2025 में खरमास की शुरुआत 15 दिसंबर से हो रही है, जो अगले एक महीने तक जारी रहेगा।
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खरमास में क्या करें?
धार्मिक अनुष्ठान: खरमास के दौरान भगवान की पूजा करना, विशेष रूप से मंत्र जाप और हवन का आयोजन करना अच्छा माना जाता है। इस समय में विशेष रूप से गायत्री मंत्र का जाप करने की सलाह दी जाती है।
दान-पुण्य: खरमास के दौरान दान करना भी शुभ माना जाता है। विशेष रूप से गरीबों को वस्त्र, अन्न, या पैसे दान करने से पुण्य मिलता है। इससे पाप कम होते हैं और जीवन में सकारात्मकता आती है।
व्रत और उपवासी: इस दौरान व्रत रखना या उपवास करना भी प्रचलित है। यह शरीर और आत्मा को शुद्ध करने का एक तरीका होता है। साधारणत: यह व्रत विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को किए जाते हैं।
गायों की पूजा: गायों की पूजा करना और उन्हें हरा चारा देना इस समय शुभ माना जाता है। यह धार्मिक दृष्टिकोण से फायदेमंद होता है।
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खरमास में क्या न करें?
शादी और मांगलिक कार्य: खरमास के दौरान शादियों और अन्य मांगलिक कार्यों को करना वर्जित माना जाता है। इस समय को अशुभ माना जाता है, और इसे धार्मिक दृष्टिकोण से विवाह जैसी खुशी के मौके के लिए उचित नहीं माना जाता है।
नया व्यवसाय शुरू करना: खरमास में नया व्यापार या किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करने से बचना चाहिए। इसे भी अशुभ माना जाता है, क्योंकि इस समय को ‘राहु काल’ के समान माना जाता है, जब कोई नया कार्य प्रारंभ करना लाभकारी नहीं होता।
महत्वपूर्ण यात्रा: खरमास के दौरान महत्वपूर्ण यात्रा करने से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान यात्रा करना किसी भी प्रकार के शुभ परिणाम की संभावना को प्रभावित कर सकता है।
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कब से हो रहे हैं मांगलिक कार्यों की शुरुआत?
खरमास की समाप्ति के बाद मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है। 2025 में खरमास 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक रहेगा। इसके बाद 16 जनवरी से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी। इस दिन से शादियों और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। हिन्दू धर्म में इस समय का बहुत महत्व होता है और लोग इसे बहुत ध्यान से मानते हैं।