UP Weather: उत्तर प्रदेश में गर्मी का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। लखनऊ में रविवार को अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक था। वहीं, न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 6.8 डिग्री अधिक था। इस दौरान गर्मी के कारण नागरिकों को दिक्कतें आने लगी हैं। हालांकि, सोमवार के दिन मौसम में कुछ राहत की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, लखनऊ में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
Read more:UP Weather: यूपी में होली के बाद मौसम का खेल, बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी
आने वाले दिनों में मौसम का हाल

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 17 मार्च को सुबह 8:30 बजे तक प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद मौसम साफ रहने की संभावना है। सोमवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन इसके बाद गर्मी की लहर फिर से बढ़ने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 18 मार्च से पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा, और 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चल सकती हैं।
तेज हवाओं का अलर्ट

मौसम विभाग ने 18 और 19 मार्च को तेज हवाओं के चलने का अलर्ट जारी किया है। इन दिनों तेज हवाएं चलने की संभावना है, जो तापमान में कुछ गिरावट ला सकती हैं। इस दौरान लोग धूप और गर्म हवाओं से बचने के लिए सतर्क रहें। होली के दिन भी तेज हवाओं के साथ बारिश और गरज-चमक हुई थी, जिसके बाद तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की गई थी।
मुरादाबाद में ओले और आने वाली कृषि चुनौतियां

17 मार्च को मुरादाबाद जिले में ओले गिरने की घटना सामने आई। इससे गेहूं की फसल और सब्जियों को नुकसान हो सकता है। ओलों से जहां कुछ इलाकों में हल्की ठंडक महसूस हुई, वहीं दिन के समय पेड़ की छांव में लोग गर्मी से बचते हुए खड़े दिखे। इस समय सर्दी का मौसम खत्म हो चुका है, लेकिन अगले सप्ताह कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे सुबह और शाम हल्की सर्दी महसूस हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मार्च के अंत में पश्चिमी विक्षोभ फिर से सक्रिय हो सकता है, जिससे बारिश और ओलावृष्टि जैसी घटनाएं देखने को मिल सकती हैं। अप्रैल और मई में भी चार से पांच पश्चिमी विक्षोभ बनने की संभावना जताई जा रही है। यदि इन विक्षोभों के कारण बारिश होती है, तो गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है।