WFI: WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले से शुरु हुआ पहलवानों के बीच विवाद अब भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते कई महीनों से पूर्व अध्यक्ष और पहलवानों के बीच विवाद WFI के नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद माना जा रहा था कि ये मामला थम जाएगा, लेकिन बृजभषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद इस विवाद ने नया मोड़ ले लिया, जिसके बाद पूर्व रेसलर साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया था और बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार वापस करने का ऐलान कर दिया था।
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पहलवानों ने किया विरोध प्रदर्शन
साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया समेत कई पहलवानें ने WFI के नए अध्यक्ष चुने जाने के बाद विरोध प्रदर्शन किया। लगातार पहलवानों के प्रदर्शन के चलते खेल मंत्रालय ने पहलवानों के पक्ष में एक बड़ा फैसला लिया और खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को रद्द करते हुए संजय सिंह द्वारा लिए गए सभी फैसलों पर रोक लगा दी थी। WFI की नई बॉडी के निलंबन के बाद खेल मंत्रालय के निर्देश पर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने तीन सदस्यों की एडहॉक समिति बनाई गई है
रेसलर साक्षी मलिक ने मीडिया से की बात
रेसलर साक्षी मलिक ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले दो दिनों से बृजभूषण के आदमी फिर से एक्टिव हो गए हैं, इसी बीच उनकी मां सुदेश के पास एक कॉल आई जिसमें धमकी दी गई है। आगे उन्होंने कहा कि “हमें केवल संजय सिंह से समस्या थी। हमें नए महासंघ निकाय या तदर्थ समिति से कोई समस्या नहीं है। मैं पीएम मोदी, अमित शाह से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करती हूं कि संजय सिंह की WFI में कोई भागीदारी नहीं है। बृजभूषण सिंह मेरे परिवार को निशाना बना रहे हैं। हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।
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पहलवानों ने संन्यास का ऐलान किया
बता दे कि भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह के चुने जाने के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था तो वहीं प्रदर्शन में शामिल पहलवान बजरंग पूनिया ने भी अपना पद्मश्री लौटाने का ऐलान कर दिया था जिसके बाद से ही कुश्ती संघ का चुनाव एक बार फिर विवादों में आ गया था। जिसके चलते WFI के चुनाव के फेडरेशन में बवाल शुरू हो गया। इसके बाद खेल मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लेते हुए WFI को निलंबित कर दिया। जिसको लेकर साक्षी मलिक ने कहा कि “सरकार ने नई फेडरेशन का निलंबन किया है, मैं उसका स्वागत करती हूं… बृजभूषण शरण सिंह पिछले 2-4 दिनों से हम पर आरोप लगा रहे हैं कि हम लोग बच्चों का हक मार रहे हैं और उनका भविष्य खराब कर रहे हैं। मैंने सन्यास ले लिया है और मैं चाहती हूं कि मेरे बाद आने वाली बच्चियां मेरा सपना पूरा करें… क्योंकि मैं नहीं चाहती कि हमारी वजह से किसी भी बच्चे या बच्चियों का कोई नुकसान हो..
जूनियर पहलवानों ने किया विरोध प्रदर्शन
आज इस मामले ने एक नया मोड़ ले लिया जब भारतीय कुश्ती संघ के जूनियर पहलवानों ने अपने करियर के महत्तवपूर्ण साल के नुकसान के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने लगे। ये जूनियर पहलवान बसों में भरकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। जूनियर पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना देते हुए उनकी इस स्थिति के लिए सीनियर पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को दोषी ठहराया और इनके विरोध में नारेबाजी की।
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