लखनऊ संवाददाता- MOHD KALEEM
लखनऊ: जनेश्वर मिश्रा पार्क में सोमवार सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकली युवती ने एक आईपीएस पर अफसर पिछले कई दिनों से पीछा करने का आरोप लगा हंगामा कर दिया। बात हाथापाई तक पहुंचने पर आस-पास के लोगों और वहां पर तैनात सिपाहियों ने बीच-बचाव किया। मामला पुलिस अधिकारी से जुड़ा होने पर युवती भी घर लौट गई और पुलिस पूरे मामले में अंजान बन गई।
दूसरी तरफ मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने पर मंगलवार को कांग्रेस ने ट्वीट कर घटना की निंदा करते हुए पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। वहीं अमिताभ ठाकुर ने भी ट्वीट कर मुख्यमंत्री से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
आईपीएस अधिकारी पर छेड़छाड़ का आरोप
सोमवार को सुबह छह बजे के करीब जनेश्वर मिश्र पार्क में एक युवती एसटीएफ में तैनात आईपीएस अधिकारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर भिड़ गई। उसके साथ दो युवक भी थे। उसका कहना था कि यह जनाब कई दिनों से मॉर्निंग वॉक के बहाने पीछा करते हैं और अश्लीलता की कोशिश करते हैं। हद पार होने के चलते ही घर वालों के लेकर आई हूं।
जबकि आईपीएस अधिकारी शुरू से ही उसे किसी गलतफहमी का शिकार होने की बात कहते रहे। महिला को हंगामा करते देख मौके पर भीड़ जमा हो गई। इसीबीच सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मी भी आ गए। जिन्होंने आईपीएस अधिकारी को देखकर छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाली महिला को समझा-बुझाकर शांत कराया। जिसके बाद संबंधित अधिकारियों को सूचना दी गई। हालांकि मामला पुलिस से जुड़ा होने पर सभी ने मामले की जानकारी से इंकार किया।
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युवती के साथ छेड़छाड़
अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री से संबोधित प्रार्थना पत्र ट्वीट किया है। जिसमें लिखा है कि विभिन्न अत्यंत विश्वसनीय सूत्रों और मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार दिनांक 17/07/2023 को जनेश्वर मिश्र पार्क गोमती नगर विस्तार लखनऊ में सुबह मॉर्निंग वॉक पर आए एक आईपीएस अफसर ने पार्क में वॉक के लिए आई एक युवती के साथ छेड़छाड़ की।
जानकारी अनुसार हंगामे के बाद स्थानीय पुलिस भी आई तथा मामला गोमती नगर विस्तार थाने तक गया। जानकारी के अनुसार आईपीएस अफसर मौजूदा समय में एसटीएस में तैनात बताए जाते हैं। उनके एक विभागीय अफसर भी थाना गोमती नगर विस्तार गए थे, जहां वे काफी देर तक बैठे रहे तथा उस युवती और उसके परिवार वालों पर गंभीर दबाव पड़ने के कारण डर के मारे युवती का परिवार पीछे हो गया और मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं किया गया।
एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर द्वारा इस प्रकार सार्वजनिक रूप से किसी युवती के साथ छेड़छाड़ करने और उसके बाद विभाग द्वारा इस प्रकार के मामले को दबाए जाने का आरोप अत्यंत ही गंभीर मामला है। मुझे उस आईपीएस अफसर का नाम बताया गया है, जिसे मैं अभी सार्वजनिक नहीं कर रहा हूं किंतु मैं निश्चित रूप से जांचकर्ता अधिकारी को उनका नाम तथा मेरे पास उपलब्ध तथ्य प्रस्तुत करूंगा। कृपया इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी से इस मामले की जांच कराते हुए मामले के सही पाए जाने पर एफआईआर दर्ज किया जाना और संबंधित अफसर के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई कराया जाना सुनिश्चित करें।