Indian Navy Marine Commandos: भारत की तरक्की और आर्थिक प्रगति की चर्चा इन दिनों पूरे विश्व में हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ देश की सीमाओं की सुरक्षा में लगे भारतीय जवान भी अब अपनी बहादुरी का परिचय पूरी दुनिया में दे रहे हैं.ताजा मामला भारतीय नौसेना की बहादुरी का है जिन्होंने एक मिसाल पेश करते हुए अपनी सूझबूझ से शुक्रवार को उत्तरी अरब सागर में हाईजैक हुए मालवाहक जहाज एमवी लीला नॉरफॉक में समुद्री लुटेरों के चंगुल में फंसे सभी 21 लोगों को बचा लिया है,इसमें 15 भारतीय भी शामिल हैं.भारतीय नौसेना की हिम्मत और जज्बा दखने के बाद हर कोई भारतीय नौसेना की तारीफ कर रहा है.इस बीच नौसेना ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है जिसमें समुद्री लुटेरों से बचाए गए लोगों की खुशी साफ देखी जा सकती है.इस दौरान लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए और भारतीय नौसेना के जवानों को धन्यवाद भी दिया।
भारतीय नौसेना ने शेयर किया वीडियो…
भारतीय नौसेना की ओर से शेयर किए गए वीडियो में भारतीयों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि,उसे अब बहुत अच्छा महसूस हो रहा है….वहीं एक अन्य ने बताया कि, 24घंटे से वो डर में थे अब उन्हें राहत मिली है।इस पूरे ऑपरेशन को लेकर नौसेना मार्कोस कमांडो का कहना है कि,पहले उन्होंने चारों ओर से घेरे गए जहाज को समुद्री लुटेरों को छोड़ने की चेतावनी दी उसके बाद मार्कोस कमांडो अगवा पोत पर उतरे और जहाज की तलाशी ली तो उसमें कोई लुटेरा मौजूद नहीं था.ऐसे में आशंका जताई कि,जब लुटरों ने बड़ी संख्या में भारतीय जवानों को देखा तो वो डर की वजह से वहां भाग गए।
जहाज के मालिक ने भारतीय नौसेना को धन्यवाद दिया…
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भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस चेन्नई कार्गो शिप एमवी लीला नॉरफॉक के पास मौजूद है.जहाज में बिजली उत्पादन और नेविगेशन सिस्टम को बहाल करके उसे अगले बंदरगाह तक यात्रा शुरू करने में मदद की जा रही है।जहाज के मालिक लीला ग्लोबल के मुख्य कार्यकारी स्टीव कुंजर ने लोगों की जान बचाने के लिए भारतीय नौसेना को धन्यवाद दिया।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो जहाज पर मौजूद चालक दल की तारीफ करना चाहते हैं कि उन्होंने कठिन हालातों में होश न खोकर जिम्मेदारी से काम लिया है।
कौन होते हैं मार्कोस कमांडो?
मार्कोस कमांडो देश के सबसे शक्तिशाली कमांडों बलों में से एक हैं.ये राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड,गरुड़,पैरा कमांडो,फोर्स वन और अन्य का हिस्सा होते हैं.इसका गठन 1987 में हुआ था.ये कमांडो समुद्र,वायु और जमीन सहित अलग-अलग दुर्लभ जगहों पर भी कठिन से कठिन ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं.जम्मू-कश्मीर में कई बड़े आतंकी हमलों के बाद इन कमांडो ने सेना के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों को ढेर करने में भी अपना योगदान दिया है।मार्को कमांडो तेज और गुप्त ऑपरेशन के लिए हमेशा तैयार रहते हैं,इनकी ट्रेनिंग बेहद कठिन रहती है जिन्हें अमेरिकी नेवी सील्स की तर्ज पर तैयार किया जाता है।
जाहिर है कि जहाज के अपहरण का प्रयास ऐसे समय में किया गया है जब इजराइल और हमास के बीच भीषण जंग चल रही है.इन दोनों के बीच हो रहे युद्ध के समय लाल सागर में व्यापारिक जहाजों पर हूती उग्रवादियों द्वारा हमले तेज किए जाने को लेकर भी चिंताएं बढ़ रही हैं।