Health Tips: एक नई रिसर्च के अनुसार, ऑफिस में लगातार काम करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। यह अध्ययन इस बात पर जोर देता है कि ऑफिस कार्य के दौरान बार-बार छोटे-छोटे ब्रेक लेना जरूरी है। शोध के मुताबिक, कर्मियों का लंबे समय तक बैठे रहना उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जो उनके कार्यदिवस का 80 प्रतिशत तक हो सकता है। यह स्थिति धीरे-धीरे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
कोरोना महामारी के बाद बढ़ा खतरा
कोरोना महामारी के बाद से रिमोट वर्कर्स की संख्या में वृद्धि हुई है, जो ऑफ़िस जाने वाले कर्मचारियों की तुलना में अधिक समय तक बैठने की स्थिति में होते हैं। गतिहीन जीवनशैली कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे टाइप 2 शुगर, ह्रदय रोग, उच्च रक्तचाप, कुछ प्रकार के कैंसर, और यहां तक कि बढ़ी हुई मृत्यु दर का कारण बन सकती है। यह न केवल एक चिंताजनक तथ्य है, बल्कि कोरोना के बाद काम करने की नई स्थिति ने इन जोखिमों को और बढ़ा दिया है।
कब और कैसे लें ब्रेक ?
कनाडा की वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के रिसर्च समन्वयक, मैडिसन हीमस्ट्रा ने इस अध्ययन के दौरान यह बताया कि “यह सिर्फ अधिक बैठने के बारे में नहीं है, बल्कि यह आपके पूरे दिन बैठने के तरीके के बारे में भी है।” उन्होंने यह भी कहा कि लंबे समय तक लगातार बैठे रहने से नकारात्मक स्वास्थ्य परिणामों का खतरा बढ़ सकता है। जर्नल ट्रांसलेशनल बिहेवियरल मेडिसिन में प्रकाशित इस अध्ययन ने इस बात पर जोर दिया है कि कब और कैसे ब्रेक लेना चाहिए।
हर घंटे में थोड़ी देर उठ कर चलें
शोध में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को दो समूहों में बांटा गया था। एक समूह को अपनी पसंदीदा रणनीतियों को चुनने का विकल्प दिया गया था (‘पसंद’ समूह), जबकि दूसरे समूह को विशेषज्ञों द्वारा दी गई रणनीतियों को फॉलो करना था (‘कोई विकल्प नहीं’ समूह)। अध्ययन के दौरान प्रतिभागियों को हर 30-45 मिनट में छोटे ब्रेक लेने के लिए प्रेरित किया गया। इन ब्रेक्स की अवधि 2 से 3 मिनट के बीच रखी गई थी। नतीजों से यह साबित हुआ कि दोनों समूहों ने ब्रेक की आवृत्ति में वृद्धि की और बैठने के समय में भी कमी आई, जिससे स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ा।
छोटे ब्रेक से होगा सेहत को लाभ
अध्ययन के दौरान, ‘कोई विकल्प नहीं’ समूह ने अपने बैठने की अवधि को कम करने के लिए रणनीतियों को अपनाया। परिणामस्वरूप, इस समूह में छोटे-छोटे ब्रेक लेने की आदत को अधिक स्वीकार किया गया। शोध में यह पाया गया कि लंबे ब्रेक की बजाय छोटे ब्रेक लेना ज्यादा लाभकारी साबित हो सकता है। इससे न केवल कार्य के दौरान स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिलती है, बल्कि यह जीवनशैली को भी बेहतर बनाता है।
काम के दौरान छोटे ब्रेक लेना है सेहत के लिए फायदेमंद
इस शोध के निष्कर्ष से यह साबित हुआ कि कार्यस्थल पर लगातार बैठे रहने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन छोटे-छोटे ब्रेक लेकर इस प्रभाव को कम किया जा सकता है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी नहीं कि लंबा ब्रेक लिया जाए, बल्कि नियमित अंतराल पर छोटे ब्रेक लेने से सेहत पर सकारात्मक असर पड़ता है। यह आदत न केवल कार्यकुशलता को बढ़ाती है, बल्कि कार्यस्थल पर मानसिक और शारीरिक ताजगी भी बनाए रखती है।