Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर मतदान के बाद सामने आए एग्जिट पोल्स (exit polls) में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलता हुआ नजर आ रहा है। अनुमान है कि कांग्रेस को 60 के करीब सीटें मिल सकती हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 22-25 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, अन्य दलों के खाते में 3 से 5 सीटें जा रही हैं। ये नतीजे स्पष्ट कर रहे हैं कि हरियाणा में इस बार कांग्रेस (Congress) की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बन सकती है। हालांकि, पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी भी संशय बरकरार है।
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मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हुड्डा और कुमारी शैलजा सबसे आगे
मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस के दो बड़े नामों की चर्चा हो रही है। पहला नाम है भूपिंदर सिंह हुड्डा(Bhupinder Singh Hooda), जो हरियाणा की राजनीति में एक जाना-माना चेहरा हैं। हुड्डा 2005 से 2014 तक दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और इस बार भी उन्होंने पार्टी का नेतृत्व किया। हुड्डा के पक्ष में उनका अनुभव और संगठन पर पकड़ मानी जाती है। दूसरा नाम कुमारी शैलजा (Kumari Shailaja) का है, जो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की महासचिव और सिरसा से सांसद हैं। शैलजा ने भी अपनी दावेदारी पेश की है और कहा है कि पार्टी उनके अनुभव और निष्ठा को नजरअंदाज नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, “कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद का फैसला हमेशा पार्टी आलाकमान करता है।”
दीपेंद्र हुड्डा और रणदीप सिंह सुरजेवाला भी रेस में
अगर भूपिंदर सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर होते हैं, तो उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Hooda) का नाम भी चर्चा में है। भूपिंदर सिंह हुड्डा ने खुद इस बात की ओर इशारा किया कि अगर वह इस दौड़ में नहीं होते, तो दीपेंद्र हुड्डा को मुख्यमंत्री पद के लिए आगे किया जा सकता है। दीपेंद्र हुड्डा की छवि और पार्टी में उनकी लोकप्रियता उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाती है।
इसके अलावा रणदीप सिंह सुरजेवाला (Nandip Singh Surjewala) का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में है। सुरजेवाला कांग्रेस के बड़े नेता हैं और पार्टी के विभिन्न मुद्दों पर मुखर होकर अपनी बात रखते हैं। हालांकि, उन्होंने खुद कहा था कि सीएम बनने की महत्वाकांक्षा रखना गलत नहीं है, लेकिन अंतिम निर्णय कांग्रेस आलाकमान द्वारा ही लिया जाएगा।
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कांग्रेस आलाकमान पर अंतिम निर्णय की जिम्मेदारी
हरियाणा में भले ही एग्जिट पोल्स के आधार पर कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही हो, लेकिन मुख्यमंत्री के चेहरे का फैसला अभी भी पार्टी आलाकमान पर टिका हुआ है। पार्टी की परंपरा के अनुसार, निर्वाचित विधायकों और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय किया जाएगा। फिलहाल हरियाणा की राजनीति में किसका चेहरा मुख्यमंत्री के रूप में सामने आएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
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