Sambhal Violence: संभल (Sambhal) में मस्जिद के सर्वे को लेकर हुए विवाद के बाद रविवार को जबरदस्त हंगामा हुआ. स्थानीय लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हुए हैं. पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. इसके अलावा, इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी गई है और स्कूलों को भी बंद कर दिया गया.
हिंसा के बाद पुलिस की कड़ी कार्रवाई
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, घटनास्थल पर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें शाही जामा मस्जिद (Shahi Jama Masjid) के अध्यक्ष जफर अली (Zafar Ali) भी शामिल थे. आज पुलिस ने जफर अली को हिरासत में लिया. हालांकि, गिरफ्तारी के समय जफर अली ने सवाल किया, “मेरा क्या कसूर है, मुझे क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है?” पुलिस ने जवाब दिया कि आरोप है कि उनका भूमिका संदिग्ध रही है, और यही कारण है कि उन्हें हिरासत में लिया गया है.
पुलिस का बयान और गिरफ्तारियों की संख्या
उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने जफर अली की गिरफ्तारी पर खंडन करते हुए कहा कि उन्हें साक्ष्य के आधार पर हिरासत में लिया गया है. संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मी सब इंस्पेक्टर एकता चौकी प्रभारी दीपक राठी ने 800 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सोहेल इकबाल को भी इस हिंसा में शामिल होने के आरोप में नामजद अभियुक्त बनाया गया है. आरोप है कि इन नेताओं ने भीड़ को भड़काया, जिसके कारण हिंसा भड़की.
Read More: Sambhal में जामा मस्जिद सर्वे पर बवाल, पथराव और फायरिंग में चार की मौत..जानें क्या है पूरा मामला?
सर्वे के बाद बढ़ा तनाव
बताते चले कि, शाही जामा मस्जिद में सर्वे के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है. पुलिस ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया है. अब तक इस हिंसा से संबंधित 7 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमें 2750 अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है और अधिक गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई है.
पुलिस और प्रशासन की सख्ती
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने इस हिंसा को लेकर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है और उन्होंने साफ कहा कि शाही जामा मस्जिद के आसपास कोई भी कानून का उल्लंघन नहीं होने दिया जाएगा. इस घटना ने इलाके के सामाजिक और धार्मिक माहौल को भी प्रभावित किया है और पुलिस ने इसे लेकर अपने कदम तेज कर दिए हैं.
अब आगे क्या होगा?
संभल (Sambhal) में हिंसा की यह घटना शाही जामा मस्जिद के सर्वे से जुड़ी स्थिति को लेकर और भी सवाल खड़े करती है. पुलिस की गिरफ्तारी और कार्रवाई पर विरोध के स्वर उठ रहे हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी था. अब देखना यह होगा कि इस मामले में और किस तरह की गिरफ्तारी होती है और क्या यह स्थिति शांत होती है या फिर और अधिक तनाव पैदा करती है.
Read More: Hardoi में भीषण सड़क हादसा.. बोलेरो-बस की टक्कर में पांच की मौत, पांच घायल