Tamil Nadu News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को तमिलनाडु में आतंकवादी संगठन हिज्ब उत-तहरीर के संगठन सदस्यों पर छापे मारे। इस कार्रवाई के दौरान NIA ने चेन्नई, त्रिची, पुदुकोट्टई, तंजावुर, इरोड और थिरुप्पुर में कई स्थानों पर तलाशी ली। हिज्ब उत-तहरीर (Hizb ut-Tahrir) एक अंतरराष्ट्रीय इस्लामी संगठन है, जिसकी स्थापना फिलिस्तीन में 1952 में हुई थी। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य वैश्विक मुस्लिम आबादी को पुनर्जीवित खिलाफत के तहत एकजुट करने की कोशिश करना है। इस छापे में NIA ने तमिलनाडु में हिज्ब उत-तहरीर संगठन के 10 स्थानों पर छापेमारी की और गिरफ्तारियों में 50 साल का एक व्यक्ति सहित उनके दो बेटे और तीन अन्य लोग शामिल हैं। इन गिरफ्तारियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियों के आरोप लगाए गए हैं।
NIA की कार्रवाई का मकसद

NIA की इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य भारतीय सड़कों पर आतंकवादी हमलों को रोकना और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो देश की सुरक्षा में सुधार करने के लिए उठाया गया है। इससे पहले NIA ने 2021 में तमिलनाडु में कई जगहों पर छापेमारी की थी। जिसके बाद एक व्यक्ति को मदुरै के हिज्ब-उत-तहरीर केस में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में तमिलनाडु के मदुरै शहर के थिडीर नगर पुलिस स्टेशन में IPC की विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 13(1)(बी) के तहत केस दर्ज किया गया था।
हिज्ब उत-तहरीर: एक आतंकवादी संगठन

हिज्ब उत-तहरीर की स्थापना फिलिस्तीन में 17 नवंबर 1952 को पूर्वी यरुशलम में तकी अल-दीन अल-नभानी ने की थी। हिज्ब उत-तहरीर एक कट्टरपंथी समूह है। इसका मंसूबा हिंसक कृत्यों के जरिए शरिया आधारित इस्लामी राष्ट्र बनाने का है। हिज्ब उत-तहरीर ने अपने विचारों के माध्यम से मुस्लिम समुदाय को जुड़ाव देने की कोशिश करता है, लेकिन इसकी गतिविधियां कई देशों में विवादों में शामिल रही हैं। इसके संदेशों ने कई बार अंतरराष्ट्रीय समुदायों में विवाद उत्पन्न किए है। हिज्ब उत-तहरीर एक अंतरराष्ट्रीय आंदोलन है जिसे वर्तमान में मध्य एशिया और पश्चिमी यूरोप में युवा मुसलमानों का समर्थन प्राप्त है।
आखिर NIA इतनी पावरफुल कैसे है?

देश में बढ़ते आतंकवाद को खत्म करने और देश विरोधी ताकतों पर लगाम लगाने के लिए एनआईए (NIA) का गठन किया गया था। एनआईए (NIA) का पूरा नाम National Investigation Agency है, जिसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी के नाम से भी जाना जाता है। एनआईए का गठन 31 दिसंबर 2008 को भारत की संसद द्वारा पारित अधिनियम राष्ट्रीय जांच एजेंसी विधेयक 2008 के अंतर्गत किया गया था। इस संस्था के अंदर राज्य सरकार को बिलकुल भी हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है। इस राष्ट्रीय जांच एजेंसी का मुख्यालय नई दिल्ली में है और हैदराबाद, गुवाहाटी, कोच्चि, लखनऊ, मुंबई, कोलकाता, जयपुर, जम्मू में इसकी क्षेत्रीय शाखाएं हैं।