BIHAR NEWS : 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रभु श्रीराम की नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है.अयोध्या में जिस तरीके की खूबसूरती आज देखी जा रही है इससे पहले तक यहां रहने वाले लोगों ने भी इसकी कभी कल्पना तक नहीं की थी कि,राम मंदिर के निर्माण के साथ ही पूरे अयोध्या का काया-कल्प हो जाएगा.पूरी दुनिया की नजर इन दिनों अयोध्या पर आ टिकी है जब 22 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे इसकी तैयारियां खूब तेजी के साथ की जा रही हैं।
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बिहार के लोगों ने बनाई 14 लाख दीयों से कलाकृति
भव्य अयोध्या नगरी का नजारा इस समय देखने को मिल रहा है जहां दुल्हन की तरह प्रभु श्रीराम की नगरी को सजाया जा रहा है.देश और दुनिया के कोने-कोने से भारी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं.इस बीच केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार के लोगों की तरफ से बनाई गई 14 लाख दीयों की मदद से भगवान राम की कलाकृति को देखकर बताया कि,ये कलाकृति बिहार के कलाप्रेमियों के एक समूह ने पिछले 5 से 7 दिन में बनाई है.प्रभु श्रीराम 14 साल के वनवास के बाद लौटे थे और अयोध्या में उनके पराक्रमी रुप में एक आकृति बनाई गई थी…ये नए भारत के युवाओं को संदेश देने के लिए है कि,उन्हें पराक्रमी होना चाहिए।
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PM मोदी की तस्वीर को भी दर्शाया
आपको बता दें कि,बिहार के कला प्रमियों ने इस कलाकृति में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों को भी दर्शाया है.इन तस्वीरों में दीयों का उपयोग करके जय श्री राम लिखा हुआ है।इसी कड़ी में अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले नेपाल के जनकपुर में भी कई सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों के साथ उत्सव मनाया जाएगा.जनकपुर को भगवान राम की पत्नी माता सीता का जन्मस्थान माना जाता है.जनकपुर नेपाल की राजधानी काठमांडू से 220 किमी दक्षिणपूर्व और अयोध्या से करीब 500 किमी पूर्व में स्थित है।
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नेपाल में गूंज रहा प्राण प्रतिष्ठा का शोर
अयोध्या में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह की गूंज भारत के अलावा दुनिया के बाकी देशों में भी सुनाई दे रही है.नेपाल के पूर्व उपप्रधानमंत्री बिमलेंद्र निधि ने बताया कि,हमारी बेटी,माता जानकी का विवाह भगवान श्रीराम से हुआ था.हम बहुत उत्साहित और गौरवान्वित हैं कि,अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी.जब भारत में सुप्रीमकोर्ट ने अयोध्य मसले पर अपना फैसला सुनाया तो जनकपुर में भी लोग बहुत खुश थे।