- मोस्ट वांटेड अपराधी का काम तमाम
Gangster Vinod Upadhyay : उत्तर प्रदेश के बड़े माफियाओं की लिस्ट में शुमार एक लाख के इनामी बदमाश विनोद उपाध्याय को यूपी एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया है.जरायम की दुनिया में अपना सिक्का जमा चुके विनोद उपाध्याय की काफी समय से पुलिस को तलाश थी लेकिन कई आपराधिक मामलों में उसका नाम आने के बाद भी पुलिस उसे अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी थी.विनोद उपाध्याय के ऊपर हत्या से लेकर कई गंभीर मामलों में केस दर्ज था.इसका नाम यूपी के टॉप 61 माफियाओं की लिस्ट में शामिल था।
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3 दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज
विनोद उपाध्याय अयोध्या के मयाबाजार का रहने वाला था जिसके ऊपर 3 दर्जन आपराधिक मुकदमे दर्ज थे.विनोद उपाध्याय ने अपनी पहचान छात्र राजनीति के जरिए बनानी शुरू की थी.जब 2002 में विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में विनोद उपाध्याय ने अपने समर्थन के साथ छात्रसंघ पदाधिकारी का चुनाव अपने पसंद के व्यक्ति को लड़वाया था जिसमें उसे जीत मिली थी.चुनाव के बाद ही विनोद के हमक का सिक्का बदमाशी में चलने लगा.इसके 2 साल बाद विनोद ने फिर एक बार छात्रसंघ चुनाव में अपनी पसंद के प्रत्याशी को चुनाव लड़वाया था।
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छात्र राजनीति के जरिए अपराध की दुनिया में रखा कदम
छात्र राजनीति के जरिए अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले विनोद उपाध्याय ने साल 2004 में गोरखपुर जेल में बंद चल रहे अपराधी जीत नारायण मिश्रा को थप्पड़ मार दिया था जिसके बाद वो लोगों के बीच चर्चा में आ गया.साल 2005 में जब जीत नारायण मिश्रा जेल से छूटकर बाहर आया तो विनोद ने उसे मौत के घाट उतार दिया.विनोद ने इसके बाद 2007 में बसपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव भी लड़ा लेकिन इसमें उसे हार मिली।
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गोरखपुर पुलिस ने 1 लाख का घोषित कर रखा था इनाम
विनोद उपाध्याय की यूपी एसटीएफ के साथ सुल्तानपुर जिले में हनुमानगंज बाईपास के करीब मुठभेड़ हुई जिसमें यूपी एसटीएफ की ओर से हुई फायरिंग में विनोद उपाध्याय घायल हो गया जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.सुबह साढ़े पांच बजे के करीब डिप्टी एसपी एसटीएफ दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में ये मुठभेड़ हुई.जिसमें एसटीएफ टीम ने विनोद को ढेर कर दिया.विनोद उपाध्याय के ऊपर गोरखपुर पुलिस ने 1 लाख का इनाम घोषित किया था.जो अपना संगठित गिरोह बनाकर गोरखपुर,बस्ती,संतकबीर नगर और लखनऊ में कई सनसनीखेज हत्या की वारदातों को अंजाम दे चुका था इसी कारण काफी लंबे समय से यूपी एसटीएफ को उसकी तलाश थी।मुठभेड़ में विनोद के पास से एसटीएफ टीम को एक स्टेनगन,मैंगजीन,30 एमएम की चाइनिज पिस्टल और एक गाड़ी बरामद हुई है