Vijay Mallya and Nirav Modi: भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े नीरव मोदी और विजय माल्या सहित हथियार डीलर संजय भंडारी को भारत लाने के लिए केंद्र सरकार ने अपना फुल प्लान तैयार कर लिया है.भारत के बैंकों को करोड़ो-अरबों का चूना लगाकर विदेशों में बैठे इन सभी भगोड़े के अच्छे दिनों का अब अंत माना जा रहा है.विदेश मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी के नेतृत्व में बनी टीम में सीबीआई,ईडी और एनआईए की एक टीम ब्रिटेन रवाना हो रही है जो विदेश में जाकर अर्जित संपत्ति की पहचान कर इन सभी भगोड़ों को भारत लाने की सफल कोशिश करेंगे।
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भारत के भगोड़ों पर केंद्रीय एजेंसियों का शिकंजा
आपको बता दें कि,नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक के 65 सौ करोड़ रुपये से अधिक के कथित धोखाधड़ी मामले में वांछित है.जबकि विजय माल्या के ऊपर भी कई बैंकों को चूना लगाने का आरोप है भारत में उसकी 5 हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क और जब्त की जा चुकी है.ईडी कई रक्षा सौदों में कथित तौर पर भुगतान के मामले में संजय भंडारी की संपत्ति की भी जांच कर रही है.केंद्रीय एजेंसी इससे पहले भारत में संजय भंडारी की 26 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर चुकी है साथ ही उसके खिलाफ आरोप पत्र भी दायर कर चुकी है जबकि विशेष अदालत ने संजय भंडारी को भी विजय माल्या और नीरव मोदी की ही तरह देश से भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के हवाले से केंद्रीय जांच एजेंसियों की टीम का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी कर रहे हैं.लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ लंदन में भगोड़ों द्वारा अर्जित संपत्तियों के बारे में लंबित जानकारी और उनके बैंकिंग लेनदेन के विवरण की मांग के लिए बैठकें निर्धारित की गई हैं।
संजय भंडारी को 2020 में घोषित किया था भगोड़ा
हथियार डीलर संजय भंडारी को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा का करीबी माना जाता है.ईडी का आरोप है कि,संजय भंडारी ने लंदन और दुबई में कई संपत्तियां हासिल की थी और उसे रॉबर्ट वाड्रा के कथित सहयोगी सीसी थम्पी द्वारा कंट्रोल शेल कंपनियों को ट्रांसफर कर दिया था.संजय भंडारी यूपीए शासन के दौरान कई रक्षा सौदों में इनकम टैक्स और ईडी द्वारा जांच शुरू करने के बाद 2016 में भाग गया था.संजय भंडारी को साल 2020 में ईडी की विशेष अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था।
ईडी ने तीनों की संपत्तियों को किया जब्त
संजय भंडारी, नीरव मोदी और विजय माल्या का प्रत्यर्पण ब्रिटेन में लंबित है, क्योंकि इन सभी ने भारत में अपने निर्वासन के खिलाफ ब्रिटेन के हाईकोर्ट्स में अपील की है. ईडी ने पहले ही भारत में उनकी संपत्तियों को जब्त कर लिया है और विजय माल्या और नीरव मोदी की हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति बेचकर पैसा भी वसूला गया है और बैंकों से धोखाधड़ी कर उनको चूना लगाने वाली रकम को भी बैंकों को वापस कर दिया गया है।
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