World Child Cancer Day : कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं क्योंकि ये जानलेवा होती है,परेशान करने वाली बात ये है कि अधिकतर मामलों में इस बीमारी का पता काफी देर से चल पाता है और तब तक मरीजों की स्थिति बिगड़ जाती है,आमतौर पर लोगों का मानना है कि कैंसर की बीमारी ज्यादातर बड़ों में देखने को मिलती है, लेकिन ये बच्चों में भी होती है।
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हर दिन 1000 से ज्यादा कैंसर के मामले बच्चों में देखने को मिलते हैं
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की मानें तो दुनियाभर में हर दिन 1000 से ज्यादा कैंसर के मामले बच्चों में देखने को मिलते हैं, हाई इनकम वाले देश जहां बेहतर सुविधाएं और इलाज वगैरह मौजूद हैं, वहां करीब 80 फीसदी बच्चे ठीक हो जाते हैं, लेकिन निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 30 फीसदी बच्चे ही रिकवर हो पाते हैं,इस बीमारी के प्रति सचेत करने के लिए हर साल 15 फरवरी को इंटरनेशनल चाइल्ड हुड कैंसर डे मनाया जाता है इसी जागरूकता को लेकर कल्याणपुर के ओमेगा हॉस्पिटल में आज डॉक्टर नईम सिद्दीकी की ओर से वर्ल्ड चाइल्ड कैंसर डे पर निःशुल्क आयोजन किया गया है।
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वर्ल्ड चाइल्ड कैंसर डे को लेकर डॉक्टर एनएस सिद्दीकी से खास बात चीत
इस आयोजन में हॉस्पिटल पर चीफ गेस्ट के रूप में डॉक्टर एनएस सिद्दीकी और उनकी पत्नी निशा सिद्दीकी मौजूद रहीं, उन्होंने आज वर्ल्ड चाइल्ड कैंसर डे के मौके पर महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को भी जागरूक किया, इसके साथ ही इस कैंसर से बच्चों को कैसे बचाया जाए उसको लेकर भी कई अहम बातें भी बताई, उन्होंने कहा बच्चों में ज्यादातर ल्यूकेमिया, ब्रेन कैंसर, लिम्फोमा और सॉलिड ट्यूमर जैसे न्यूरोब्लास्टोमा और विल्म्स ट्यूमर आदि देखने को मिलते हैं, उन्होंने कहा ल्यूकेमिया बच्चों में होने वाला ल्यूकेमिया सबसे आम कैंसर है, सुनिए हमारे संवाददाता की वर्ल्ड चाइल्ड कैंसर डे को लेकर डॉक्टर एनएस सिद्दीकी से खास बात चीत।