Farmers Protest: देश भर में किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की शुरूआत कर दी है। वो अपनी अलग-अलग मांगों को लेकरआंदोलन जारी रखे है। दरअसल किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर 13 फरवरी यानी की आज दिल्ली कूच करने का आह्वान किया है। जिसके बाद से हरियाणा के 12 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं साल 2021 के प्रदर्शन की तरह ही इस बार भी किसान अपनी मांगों के लिए विरोध पर उतरे हैं। आज सुबह 10 बजे दिल्ली कूच करेंगे। वे न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत अपनी और कई मांगों को स्वीकार कराने के लिए विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया।इसी के साथ किसानों के आज राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच करने की घोषणा के मद्देनजर दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
वहीं इस दौरान विशेष आयुक्त कानून-व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव का कहना है कि- ” दिल्ली में घुसने के सैकड़ों रास्ते हैं, अगर कोई मेट्रो, ट्रेन, पब्लिक ट्रांसपोर्ट व अन्य तरीके से घुसने में कामयाब हो भी जाएगा तब उसकी पहचान होते ही तुरंत हिरासत में ले लिया जाएगा।
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इन सीमाओं पर आज से सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित
मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है, इसके तहत लोगों से दिल्ली की तीन सीमाओं (टिकरी बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर और यूपी गेट) पर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध के बारे में बताया गया है, पुलिस ने बताया है कि -“सिंघू बॉर्डर पर मंगलवार से सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा।”
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रोड पर कील वाले ब्रेकर रोकने की तैयारी
किसानों के दिल्ली मार्च को विफल करने के लिए अंबाला, जींद और फतेहाबाद जिलों में कई स्थानों पर पंजाब के साथ राज्य की सीमा को कंक्रीट ब्लॉकों, कील वाले ब्रेकर और कंटीले तारों से सील कर दिया गया है।
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किसानों की मांगें
केंद्र से किसानों की कुछ मांगों में किसानों के लिए पूर्ण ऋण माफी, बुजुर्ग किसानों और मजदूरों के लिए प्रति माह 10,000 रुपये प्रदान करने वाली पेंशन योजना, बीज की गुणवत्ता में सुधार, नकली उत्पाद बेचने वाली कंपनियों को सजा देना, सभी फसलों के लिए एमएसपी और मनरेगा के तहत प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार उपलब्ध कराना शामिल है।