UP By Election News:यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद समाजवादी पार्टी प्रदेश की योगी सरकार पर लगातार निशाना साध रही है।सोशल मीडिया एक्स पर सपा प्रमुख और प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच एक-दूसरे पर वार पलटवार चल रही है दोनों नेता सोशल मीडिया पर बयानों के जरिए एक-दूसरे पर जुबानी तीर छोड़ रहे हैं।सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने केशव मौर्य के एक ट्वीट पर पलटवार करते हुए लिखा,दर्द देने वाले दवा देने का दावा न करें!केशव प्रसाद मौर्य ने 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में हाईकोर्ट के दिए गए फैसले को अभ्यर्थियों के संघर्ष की जीत बताया जिस पर अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए तंज कसा है।

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सपा प्रमुख और डिप्टी CM के बीच छिड़ा X वॉर
अखिलेश यादव ने ट्वीट में आगे लिखा कि,69000 शिक्षक भर्ती मामले में उत्तर प्रदेश के एक ‘कृपा-प्राप्त उप मुख्यमंत्री जी’ का बयान भी साजिशाना है।मीडिया द्वारा केशव प्रसाद मौर्य का नाम लेकर पूछे सवाल पर सपा प्रमुख ने कटाक्ष करते हुए कहा कि.…वो कुछ हैं ही नहीं मुख्यमंत्री जी डांट देंगे तो वो चुप हो जाएंगे।आपको बता दें कि,यूपी में बेसिक शिक्षकों के 69 हजार पदों पर भर्ती का विवाद 6 साल से चल रहा है।इस केस में अब तक दो बार मेरिट लिस्ट जारी हो चुकी है।अब इलाहाबाद हाई कोर्ट की डबल बेंच ने इन दोनों मेरिट लिस्ट को गलत ठहराते हुए नए सिरे से मेरिट लिस्ट जारी करने का आदेश दिया है।

69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में योगी सरकार को घेरा
हाईकोर्ट के फैसले के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि,अगर 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में रास्ता नहीं निकाल सकते और पिछडे़ व दलित वर्ग के शिक्षक अभ्यर्थियों को न्याय नहीं दे सकते तो सत्ता छोड़ दें।भाजपा सरकार ने पिछड़ों और दलितों का आरक्षण छीना है।69000 शिक्षक भर्ती में पिछड़ों व दलितों को न्याय नहीं मिला….पिछड़े व दलित वर्ग के सभी नेता भाजपा छोड़कर पीडीए के साथ आएं।अखिलेश यादव ने कहा कि,प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है।कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर भाजपा सरकार का जीरो टालरेंस का दावा झूठा साबित हुआ है। भाजपा सरकार ने किसानों को नैनो यूरिया खरीदवाया लेकिन उससे किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ इसमें भी बडे़ पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है।

बढ़ती महंगाई,बेरोजगारी रोकने में विफल BJP सरकार-अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा,सुनने में आया है कि नैनो यूरिया वाले भी लेटरल इंट्री से आए थे।लेटरल इंट्री से नौकरी पाने के बाद कई लोग भ्रष्टाचार करके देश छोड़कर भाग गए।भाजपा सरकार बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी रोकने में विफल रही है।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि,भाजपा अपनी विचारधारा के लोगों को पिछले दरवाजे से यूपीएससी के उच्च सरकारी पदों पर बैठाने की जो साजिश कर रही है उसके खिलाफ एक देशव्यापी आंदोलन खड़ा करने का समय आ गया है।ये तरीका आज के अधिकारियों के साथ ही युवाओं के लिए भी उच्च पदों पर जाने का रास्ता बंद कर देगा।
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शिक्षक भर्ती मामले पर मांगा CM योगी का इस्तीफा
अखिलेश यादव ने कहा,ये सारी चाल पीडीए से आरक्षण और उनके अधिकार छीनने की है।जब भाजपा ये जान गई है कि,संविधान को खत्म करने की भाजपाई चाल के खिलाफ देश भर का पीडीए जाग उठा है तो वो ऐसे पदों पर सीधी भर्ती करके आरक्षण को दूसरे बहाने से नकारना चाहती है।सपा प्रमुख ने कहा,भाजपा सरकार इसे तत्काल वापस ले क्योंकि ये देशहित में नहीं है।उन्होंने कहा,बीजेपी से मुक्ति होने का मतलब है तमाम परेशानियों, संकट से मुक्ति होना।संविधान और आरक्षण पर भाजपा की निगाहे हैं उन्हें जब मौका मिलता आरक्षण से खिलवाड़ करते हैं।भाजपा आरक्षण की मूल भावना से खिलवाड़ करती है,अपना भ्रष्टाचार, गलत काम छुपाने के लिए बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है….अगर मुख्यमंत्री 69 हजार शिक्षक भर्ती का रास्ता नहीं निकाल सकते तो उन्हें कुर्सी छोड़ देनी चाहिए।