लखनऊ : 17 अगस्त एम्बुलेंस सेवा की लापरवाही एक बार फिर से उजागर हुई है। एटा में प्रसव पीड़ा से पीड़ित गर्भवती के परिवारीजन मुफ्त एम्बुलेंस के लिए फोन मिलाते रहे। 15 बार फोन करने के बावजूद एम्बुलेंस नहीं आई। इस प्रकारण को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
जांच का आदेश
एटा स्थित इब्राहितपुर नगरिया निवासी सोनी को प्रसव पीड़ा हुई। पति शिवम ने एम्बुलेंस के लिए 102 नम्बर डायल किया। शिवम का आरोप है कि 15 बार फोन के बावजूद एम्बुलेंस नहीं आई। मजबूरन टैम्पो से गर्भवती को लेकर अस्पताल पहुंचे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने समय पर एम्बुलेंस न पहुंचने के प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं।
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अस्पताल का पंजीकरण होगा रद्द
सीएमओ को चार दिन के भीतर जांच पूरी करनी होगी। दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि यदि आवश्यकता होगी तो शासन स्तर से भी कार्यवाही की जाएगी।अस्पताल का पंजीकरण रद्द होगा हरदोई के सांडी रोड स्थित मेडीस्टार हॉस्पिटल प्रसूता व नवजात शिशु की मृत्यु के मामले में अस्पताल पर गाज गिरनी तय है।