मैनपुरी संवाददाता- अमरजीत सिंह
जनपद मैनपुरी के बेवर के स्थिति नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिलौसा के अस्पताल का हाल बेहाल वार्ड बॉय के भरोसे चल रहा है अस्पताल खाली मिली चिकित्सकों की कुर्सियां ड्यूटी से नदारत मिले फार्मासिस्ट व अन्य स्टाफ

एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार आम जनमानस को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए दावे कर रही है लेकिन यह दावे पूरी तरह से फेल है। जी हां हम बात कर रहे हैं जनपद मैनपुरी के कस्बा बेवर के स्थित नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिलौसा की जहां इलाज के लिए पहुंच रहे मरीज डॉक्टर के नदारद रहने के चलते परेशान नजर आते हैं, लेकिन जनपद मैनपुरी का स्वास्थ्य महकमा जानबूझकर भी पूरी तरह अंजान बना हुआ है।
दरअसल पूरा मामला है जनपद मैनपुरी के कस्बा बेवर के स्थित पीएचसी चिलौसा का है। जहां पर मौजूद चिकित्सकों के पहुंचने का समय राज्य सरकार के द्वारा 8:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक का निर्धारित किया हुआ है। जिसके बावजूद भी यहां पर तैनात फार्मासिस्ट सुशील कुमार व अन्य स्टाफ समय पर नहीं आते मरीजों का इलाज वार्ड बॉय करते है। खाली पड़ी रहती है। चिकित्सकों कुर्सियां ड्यूटी से नदारद मिलते चिकित्सक व अन्य स्टाफ।
बगैर चादर के फटेहाल बिस्तर, टूटे फूटे वॉशबेसिन व शौचालय…

उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी के बेवर कस्बे के स्थिति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिलौसा का इन दिनों बुरा हाल है। यहां न डाक्टर हैं, न दवाएं। मरीजों की सुविधाओं के नाम पर बगैर चादर के फटेहाल बिस्तर, टूटे फूटे वॉशबेसिन व शौचालय अस्पताल में नदारत मिलते है स्टाफ। जिसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी लंबे समय से शिकायते मिल रही थी। जिसको लेकर तकरीबन एक बजे मीडिया की टीम चिलौसा पीएचसी पर पहुंची तो पीएचसी में कार्यरत स्टाफ नदारत मिले सिर्फ एक वार्ड बॉय मिला जब मीडिया टीम ने अन्य अनुपस्थिति स्टाफ के बारे में पूछा तो अस्पताल में मौजूद वार्ड बॉय संतुष्ट पूर्ण जवाब देने को तैयार नहीं है। मीडिया टीम ने यहां के हालातों का जायजा लिया।
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अस्पताल पर केवल एक वार्ड बॉय कर्मचारी मौजूद था। अस्पताल पर नियुक्त फार्मासिस्ट व अन्य कर्मचारी नदारद मिले। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार यहाँ अस्पताल पर लाखों रुपये खर्च कर रही है लेकिन लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा। अस्पताल पर तैनात कर्मचारी केवल हाजिरी लगाने आते हैं। अस्पताल पर आने वाले रोगियों को न तो देखने वाला कोई न तो डाक्टर है और न दवाएं।
मरीजों को कोई सुविधा नहीं मिल पा रही…

नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिलौसा का भवन बड़ा बनाकर तैयार कर दिया गया है। लेकिन यहां पर मरीजों को कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है। ग्रामीण अर्चना का कहना है कि 5 दिन पहले मेरे बच्चों को आई फ्लू व फीवर हो गया था तो बच्चे यहां दबा लेना आए थे तो यहां पर न कोई दबा ना ड्रॉप दिया गया दो टेबलेट देकर भगा दिया निजी क्लीनिक पर ग्रामीणों को जाकर कराना पड़ रहा है इलाज
स्वास्थ्य केंद्र चिलौसा में अधिकांश दिन चिकित्सकों की कुर्सी खाली पड़ी रहती है।इलाज के लिए आने वाले मरीजों को घंटों तक डॉक्टरों के आने का इंतजार करना पड़ता है। मजबूरी में निजी क्लीनिक पर जाकर इलाज करना पड़ता है।
ग्राम पंचायत मरीजों का क्या कहना है…

ग्राम पंचायत स्वास्थ्य केंद्र चिलौसा का हाल बेहाल है मरीज इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर जाते है तो वहां कर्मचारी नदारत दिखाई देते हैं। स्वास्थ्य केंद्र वार्ड बॉय की भरोसे ही चल रहा है जो की मरीज आते हैं उनको वार्ड बाय ही दवा दे देते हैं। फार्मासिस्ट स्वास्थ्य केंद्र पर समय से नहीं आते हैं।
शौचालय अडे पड़े गंदगी से…
इस अस्पताल में हालांकि शौचालय बने हुए है लेकिन वो देखने के लिए है की शौचालय है। उनके अंदर गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
ग्राम प्रधान का क्या कहना है…
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र चिलौसा वार्ड बॉय के भरोसे चल रहा है यहां पर मौजूद फार्मासिस्ट अपना निजी क्लीनिक चलाने में मस्त रहते हैं लेकिन स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं आते हैं मरीजों को बिना दबा के ही वापस लौटना पड़ रहा है और झोलाछाप डॉक्टरो से इलाज कराने को मजबूर हैं । जिसकी शिकायत प्रधान ने पूर्व में सीएमओ से की थी लेकिन अभी तक नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिलौसा का कोई नहीं हुआ सुधार।