Jharkhand ED Raid: झारखंड में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ED ने एक बार फिर से दस्तक दी है. इस बार कांग्रेस के बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, पूर्व मंत्री और अंबा के पिता योगेंद्र साव के साथ उनके सहयोगियों के 17 ठिकानों पर ईडी ने मंगलवार को एक साथ रेड किया. ED के छापेमारी के दौरान लगभग 10 लाख रुपये नकद भारी मात्रा में भूमि से जुड़े दस्तावेज और भूमि की खरीद-बिक्री व काले धन के निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. हजारीबाग में प्रतिबंधित प्राकृति की भूमि अवैध तरीके से हड़पने के प्रयास, रंगदारी और बालू तस्करी सहित करीब आधा दर्जन मामलों में ईडी ने ये छापामारी की है. अब ईडी सभी बरामदगी को मनी लांड्रिंग के बिंदु पर देख रही है. बता दे कि मंगलवार सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक ईडी की छापेमारी चली, जिसमें ईडी की टीम ने रांची स्थित आवास में अंबा प्रसाद से घंटों पूछताछ की है।
Read more : पहले सीएम पद से और अब विधायक पद से भी खट्टर ने दिया इस्तीफा..
“बीजेपी के इशारे पर हो रही है केंद्रीय जांच”
ईडी अधिकारियों के वापस लौट जाने के बाद कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि, “उन पर काफी दिनों से बीजेपी टिकट पर हजारीबाग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया जा रहा था. इससे इनकार करने के बाद पिछले कुछ दिनों से उनपर बीजेपी टिकट पर चतरा लोकसभा सीट सीट से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया जा रहा था. इसे लेकर बीजेपी-आरएसएस के कई नेता सुबह से ही उनके घर पर आकर बैठे रहते थे. लेकिन जब बीजेपी टिकट पर चतरा सीट से भी चुनाव लड़ने से उन्होंने इनकार कर दिया गया, तो बीजेपी के इशारे पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर उनपर दबाव बनाने की कोशिश की गई”।
Read more : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं को मिलेगी ये बड़ी राहत
“सुबह में अचानक बेडरूम तक आ पहुंचे ईडी”
ईडी अधिकारियों के वापस लौट जाने के बाद कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने बताया कि, “जांच एजेंसियों की कार्रवाई के दौरान मंगलवार को दिन भर उन्हें परेशान किया गया. एक ओर उनकी मां और पूर्व विधायक निर्मला देवी बार में परेशान रहीं. जबकि ईडी के अधिकारियों ने घर में उन्हें भी टॉर्चर किया. उन्हें घंटों एक ही स्थान पर बिठाया गया और घंटों एक स्थान पर खड़े रखा. यहां तक कि सुबह-सुबह अचानक बेडरूम तक ईडी के अधिकारी पहुंच गए, उस अवस्था में अधिकारियों का पहुंचना बहुत ही दुःखद लगा।
Read more : माफिया मुख्तार अंसारी को लगा फिर बड़ा झटका,कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा
खुद को बताया अन्य नेताओं से अलग
कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने बताया कि, “बीजेपी के कई नेताओं की ओर बार-बार यह दबाव बनाने की कोशिश की जाती थी कि विस्थापितों के हित में वे एनटीपीसी और अडाणी समूह के खिलाफ आवाज नहीं उठाएं. लेकिन वो उन नेताओं की तरह नहीं है जो अपने सिर पर बीजेपी का नेमप्लेट लगाकर घूमने में गर्व महसूस करें. वे अपने क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए विजन के तहत काम कर रही है. जन आकाक्षांओं को पूरा करने के लिए हमेशा प्रत्यनशील रहेंगी. इस तरह की कार्रवाई से वो घबराने वाली नहीं हैं”।
Read more : राष्ट्रपति के मंजूरी के बाद UCC लागू करने वाला पहला राज्य बना Uttarakhand
फोन, संदुक और कुछ दस्तावेज साथ ले गए अधिकारी- अंबा प्रसाद
मीडिया से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने बताया कि, ईडी के अधिकारियों ने उनकी मां निर्मला देवी और पिता योगेंद्र प्रसाद के केस से संबंधित कुछ फाइलों के बारे में जानकारी मांगी. वो जो भी पूछते थे, उन्हें उन बातों की जानकारी दी गई. बहन का एक बायोमेट्रिक संदूक था, वो भी साथ ले गए. इसके अलावा मोबाइल फोन भी साथ ले गए. इसके साथ ही कुछ फाइल और विधानसभा से जुड़े कागजात भी साथ ले गए. हजारीबाग में जमीन के एक भूखंड के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में अंबा प्रसाद ने कहा कि जन प्रतिनिधि होने के नाते कई मामलों में लोगों के साथ उन्हें खड़ा होना पड़ता है. उस मामले में भी एक पक्ष की ओर से जब वो खड़ी हुई, तो एसडीओ ने निजी दुर्भावना से प्रेरित होकर कुछ अनर्गल आरोप लगाए, जिसकी शिकायत करने के बाद उन्हें वहां से हटा दिया गया।
Read more : शौच के लिए निकली नाबालिगा से छेड़छाड़ व रेप के प्रयास
गंदी राजनीति पर उतर आई बीजेपी- अंबा प्रसाद
कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने अपनी मां निर्मला देवी की ओर से चुनाव नहीं लड़ने की दी गई सलाह पर मीडिया से कहा कि बीजेपी काफी गंदी राजनीति पर उतर आई हैं. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की ओर से हजारीबाग सीट के लिए वो सशक्त उम्मीदवार है, इस तरह की कार्रवाई से वो डरने वाली नहीं हैं. इस संबंध में पहले ही उन्होंने कांग्रेस प्रभारी को सारी बातों की जानकारी देने का काम किया हैं. अंबा प्रसाद ने कहा कि हजारीबाग संसदीय क्षेत्र में उनकी मजबूत स्थिति है, बड़कागांव विधानसभा सीट से उनके परिवार लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर आए हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव में उनकी स्ट्रांग दावेदारी है।