Manipur Violence: मणिपुर की राजधानी इंफाल में मंगलवार दोपहर को लगाए गए कर्फ्यू के चलते आज भी स्थिति समान्य नहीं हो पाई है। कर्फ्यू लागू होने के बावजूद सुरक्षा बलों की तैनाती और पुलिसकर्मियों की गश्त लगातार जारी है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि शहर में स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है।
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साल भर से जारी हिंसा
मणिपुर में पिछले एक साल से हिंसा का सिलसिला जारी है, जो कुकी और मैतेई समुदायों के बीच संघर्ष से शुरू हुआ था। बावजूद इसके कि हिंसा को नियंत्रित करने के कई प्रयास किए गए हैं, हालात अभी भी सामान्य नहीं हो पाए हैं। छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें, जिसमें कई छात्र घायल हुए हैं, स्थिति को और भी बिगाड़ रही हैं।
छात्रों का राजभवन में मार्च
मंगलवार को मणिपुर के छात्रों ने खराब कानून-व्यवस्था के खिलाफ राजभवन की ओर मार्च किया। इस दौरान छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। छात्रों ने आरोप लगाया कि राज्य के डीजीपी और सुरक्षा सलाहकार कानून-व्यवस्था को ठीक करने में विफल रहे हैं और उन्हें उनके पदों से हटाया जाए। छात्रों के प्रदर्शन के चलते इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी
प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर और कंचे फेंके, जिसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कई क्षेत्रों में सख्ती बढ़ा दी है। इसके अलावा, एक संशोधित आदेश के तहत, इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी सिर्फ घाटी के पांच जिलों तक सीमित कर दी गई है।
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सांसद का केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र
मणिपुर के कांग्रेस सांसद ए बिमोल अकोइजाम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य में हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि मणिपुर की मौजूदा स्थिति भारत के विभाजन की याद दिलाती है और इस संकट के समाधान के लिए सुरक्षाबलों द्वारा निर्णायक कार्रवाई की मांग की है। अकोइजाम ने मणिपुर में अवैध प्रवासियों, विदेशी तत्वों और मादक पदार्थ माफिया की संलिप्तता की गहन जांच की भी अपील की है। राजभवन ने मंगलवार रात एक बयान जारी कर कहा कि छात्रों के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल ने छात्रों और मणिपुर के लोगों के हित में उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने कांगपोकपी जिले में चलाए जा रहे तलाशी अभियानों में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की है। इस बीच, सुरक्षा बलों की निगरानी और कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित करने की लगातार कोशिश की जा रही है। मणिपुर में जारी हिंसा ने न केवल स्थानीय निवासियों की जिंदगी को प्रभावित किया है बल्कि सुरक्षा और प्रशासनिक उपायों को भी चुनौती दी है। यह स्थिति लगातार निगरानी और प्रभावी कार्रवाई की मांग करती है ताकि शांति और सुरक्षा को पुनर्स्थापित किया जा सके। राज्य की मौजूदा स्थिति और इसके प्रभावों पर करीबी नजर रखने की आवश्यकता है, ताकि हिंसा के इस दौर को समाप्त किया जा सके और मणिपुर में स्थिरता वापस लाई जा सके।