Baba Siddiqui Murder Case: दशहरा (Dussehra) के मौके पर बीते दिन जहां एक ओर पटाखों की गूंज थी…वहीं दूसरी ओर मुंबई में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या कर दी गई. इस हत्या की जिम्मेदारी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है, हालांकि पुलिस अभी तक इस गिरोह की संभावित संलिप्तता की जांच करने में जुटी हुई है. आपको बता दे कि गिरफ्तार आरोपियों ने भी कथित तौर पर दावा किया है कि वे लॉरेंस ग्रुप से जुड़े हैं.
Read More: Bihar: आरा में पूजा पंडाल के पास अंधाधुंध फायरिंग, चार लोग घायल, जांच में जुटी पुलिस
हत्या के मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी पुलिस
बताते चले कि मुंबई (Mumbai) पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि हत्या के पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाने के लिए कई टीमें काम कर रही हैं. इस बीच, मुंबई क्राइम ब्रांच की 15 टीमें विभिन्न राज्यों में भेजी गई हैं ताकि हत्या की गहराई से जांच की जा सके. इस हत्याकांड में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती हैंडलर तक पहुंचने की है, जो इस पूरे ऑपरेशन का मुख्य सूत्रधार हो सकता है. इस मामले में अभी तक तीन आरोपियों की पहचान हो चुकी है.
हरियाणा के गुरमैल बलजीत सिंह (23), उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप (19), और उत्तर प्रदेश के शिव कुमार के रूप में आरोपियों की पहचान की गई है. इनमें से शिव कुमार अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जबकि गुरमैल और धर्मराज को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुंबई क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) की जांच में यह भी सामने आया है कि यह हत्या सुनियोजित तरीके से की गई थी. आरोपियों को पहले से ही पैसे पहुंचाए गए थे, और हर शूटर को खर्च के लिए 50,000 रुपये दिए गए थे. हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार भी कुछ दिन पहले ही आरोपियों तक पहुंचाए गए थे.
Read More: Baba Siddique की हत्या पर मचा सियासी घमासान! कानून व्यवस्था को राज्य सरकार पर भड़के राहुल गांधी
आरोपियों का बैकग्राउंड और हत्या की साजिश
अभी तक की जांच के अनुसार, तीनों आरोपी पिछले 25 से 30 दिनों से मुंबई के कुर्ला इलाके में किराए के मकान में रह रहे थे. शिव कुमार, जो अभी फरार है, पिछले 5-6 साल से पुणे में एक स्क्रैप व्यापारी के यहां काम करता था. कुछ महीनों पहले उसने धर्मराज को भी पुणे बुलाया था, जहां उनकी मुलाकात गुरमैल से करवाई गई थी. गुरमैल पर पहले से ही हत्या का एक मामला दर्ज है, जबकि धर्मराज और शिव कुमार का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है.
पुलिस की जांच में अहम खुलासे की उम्मीद
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या की सुपारी देने वाले शख्स ने शिव कुमार और धर्मराज को गुरमैल से मिलवाया था, जिसके बाद यह खौफनाक साजिश रची गई. फिलहाल, पुलिस आरोपियों के हैंडलर की पहचान करने और पूरी साजिश का पर्दाफाश करने की कोशिश में जुटी है. मुंबई क्राइम ब्रांच और पुलिस की संयुक्त टीमें विभिन्न राज्यों में आरोपियों और साजिशकर्ताओं की तलाश कर रही हैं.
यह घटना न केवल मुंबई की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग की खतरनाक पहुंच और अपराध की दुनिया में उसके बढ़ते प्रभाव को भी उजागर करती है. पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग का इस हत्या में सीधे तौर पर हाथ है या फिर यह किसी अन्य आपराधिक गिरोह का काम है.
Read More: Baba Siddique की हत्या से देशभर में हलचल! क्या Salman Khan के करीबी होने की चुकानी पड़ी कीमत?