रजौली(नवादा): ड्यूटी के दौरान होमगार्ड जवान की मौत हो गयी जिसके बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है, वहीं मृतक के सहयोगी होमगार्ड जवान भी गमगीन हैं और व्यवस्था को लेकर अपने विभागीय अधिकारियों के खिलाफ गुस्से में हैं.
दरअसल रजौली थाना क्षेत्र के चितरकोली पंचायत स्थित समेकित जांच चौकी पर उत्पाद विभाग में तैनात होमगार्ड जवान की श्रवण कुमार की मौत हो गई. होमगार्ड के जवान की मौत खबर सुनते ही परिजन जांच चौकी पहुंचे। उनका रो-रो कर बुरा हाल हो गया .वहीं उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद व होमगार्ड डीएसपी के अलावे अन्य पदाधिकारीगण भी जांच चौकी पर पहुंच मामले की विस्तृत जानकारी ली।
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क्या कहते हैं सहकर्मी-
सहकर्मी होमगार्ड अरविंद कुमार ने बताया कि मृतक होमगार्ड संख्या 1951 श्रवण कुमार विगत तीन दिनों से बीमार चल रहे थे। साथ ही कहा कि रविवार की शाम को बुखार और पेट दर्द की बात भी कहे थे। जिसको लेकर साथियों द्वारा दवाई वगैरह भी लाकर दिया गया था। रविवार की रात्रि लगभग 10 बजे खाना व दवाई खाकर सो गए। सोमवार की सुबह 6 बजे से उनकी ड्यूटी थी। जिसको लेकर सहकर्मी होमगार्ड जवान उठाने गए तो वे नहीं उठे। जांच पड़ताल किये जाने पर उनकी सांस व धड़कन का कुछ अता-पता नहीं चल रहा था। सम्भवतः बीमार रहने से होमगार्ड जवान की मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद जांच चौकी प्रभारी उत्पाद एसआई पिन्टू कुमार व मृतक के परिजनों को सूचना दी गई।
थानाध्यक्ष पर लापरवाही का आरोप
होमगार्ड जवान की मृत्यु होने की सूचना जांच चौकी प्रभारी उत्पाद एसआई पिन्टू कुमार द्वारा थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर पवन कुमार को देने हेतु कई बार सरकारी व निजी मोबाइल नम्बर पर कॉल लगाया गया, किन्तु उन्होंने कॉल रिसीव नहीं हुआ. इसको लेकर जांच चौकी पर तैनात कर्मियों ने रोष व्यक्त किया कि यदि इससे भी कोई अन्य गम्भीर मामला होता तो हमलोग पुलिस बल की मदद कैसे ले पाते, हालांकि थानाध्यक्ष द्वारा मोबाइल नहीं उठाने पर जांच चौकी प्रभारी खुद सात किलोमीटर दूर स्थित थाना पहुंचे व होमगार्ड के जवान के मृत होने की सूचना दी। तब जाकर थाना से पुलिस बल जांच चौकी पर पहुंच छानबीन में जुटे।
बैरक के आसपास है गंदगी
जांच चौकी पर स्थित होमगार्ड बैरक के आसपास गंदगी की भरमार है।जिसके कारण वहां की आबोहवा दूषित है और मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों की फैलने की आशंका बनी रहती है. इस वजह से जांच चौकी पर तैनात कर्मी अक्सर बीमार पड़ते रहते हैं। मृतक होमगार्ड श्रवण कुमार भी शायद इसी का शिकार हो गयें होंगे। जिनका ठीक ढंग से उपचार नहीं होने के कारण मौत हो गई।