Ayodhya : अयोध्या में राम मंदिर का काम बहुत ही तेजी से चल रहा हैं। अब रामलला के भक्तों की खुशी का ठिकाना नहीं हैं। वहीं अब राम भक्तों का इंतजार खत्म होने को है। बता दे कि भगवान राम के विराजमान होने का समय नजदीक आ गया हैं। राम भक्तों के सैकड़ों वर्षों का सपना अब साकार हो रहा हैं। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की हर दिन नई तस्वीर सामने आती है, इसी बीच श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर अब तक खर्च हुए पैसों का विवरण भी सामने आया है।
Read more : पेरी ऑपरेटिव मेडिसिन से मिलेगी मरीजों को राहत: ब्रजेश पाठक
आपको बता दे कि राम मंदिर के निर्माण में अब तक 900 करोड रुपये खर्च हुए हैं, जबकि 3000 करोड़ रुपये अभी भी राम मंदिर ट्रस्ट के बैंक खाते में सुरक्षित हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले उनके सामने अक्षत चावल का पूजन होगा और उस पूजित अक्षत को भारत के 5 लाख गांव तक भेजा जाएगा।ट्रस्ट के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
11 दिवसीय अनुष्ठान की योजना बनाई..
वहीं अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की मूर्ति की फोटो प्रसाद के साथ राम भक्तों को वितरित की जाएगी, इसके साथ सवहीं प्राण प्रतिष्ठा के समय रामलला का श्रृंगार वस्त्र, पूजा पद्धति और मंत्रोच्चार को लेकर बनाई गई धार्मिक कमेटी इसका निर्णय लेगी , आपके जानकारी के लिए बता दे कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है। ट्रस्ट ने चल रहे पितृ पक्ष में अयोध्या में सरयू नदी के तट पर 11 दिवसीय अनुष्ठान की योजना बनाई है।
Read more : इजरायल पर हमास के आतंकी हमले के बाद PM मोदी ने दी प्रतिक्रिया..
चंपत राय ने बताया कि..
जनवरी से विदेशी भक्त राममंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण कर सकेंगे। ट्रस्ट ने विदेशी दान लेने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। एफीसीआरए एक्ट के तहत पंजीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया है। 90 दिन के भीतर एफसीआरए एक्ट के तहत पंजीकरण हो जाएगा। दिसंबर के अंत या फिर जनवरी से विदेशी भक्त भी दान कर पाएंगे।
Read more : Ayodhya में प्रधानाध्यापक बना हैवान, छात्रा के कपड़े उतरवाकर की..
वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि..
अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में शामिल होने पहुंचे जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि प्राणप्रतिष्ठा समारोह के मुख्य यजमान पीएम मोदी होंगे। पीएमओ से उनके आगमन की तिथि अभी नहीं बताई गई है। 22 जनवरी को प्राणप्रतिष्ठा के सवाल पर कहा कि इस दिन अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थसिद्ध योग है, जो सबसे बेहतर मुहूर्त है।