Sitapur Murder Case : यूपी के सीतापुर में उस समय हड़कंप मच गया,जिस वक्त एक युवक ने अपनी मां-पत्नी और 3 बच्चों की निर्मम हत्या कर दिया था। वहीं युवक ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि पत्नी की हथौड़े से मारकर जान लेने के बाद युवक ने खुद को भी मौत के हवाले कर दिया था। वहीं इस मामले में आज बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड को मृतक के भाई और सहायक टीचर अजीत सिंह ने अंजाम दिया था। इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड मृतक का भाई निकला।
उसने 6 मर्डर करके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए मनगढ़ंत कहानी सुनाई थी। बता दें पुलिस की एसटीएफ टीम को इस मामले की जांच सौंपी गई थी। उन्होंने 11 मई को हुई इस खौफनाक वारदात का पर्दाफाश कर दिया है। फिलहाल आरोपी अजीत पुलिस की गिरफ्त में है। उससे पूछताछ की जा रही है।
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ऐसे दिया घटना को अंजाम
पल्हापुर गांव निवासी अनुराग सिंह (45), उसकी पत्नी प्रियंका सिंह (40), मां सावित्री (62) की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। वहीं प्रियंका के तीन बच्चों अस्वी (12), अर्ना (8) व पुत्र आद्विक (4) को छत से फेंका गया था। पुलिस के पहुंचने पर अनुराग के बड़े भाई अजीत ने बताया था कि नशे की लत की वजह से भाई अनुराग ने मां सावित्री के साथ अपनी पत्नी प्रियंका व तीन बच्चों की हत्या कर दी। इसके बाद गोली मारकर खुद आत्महत्या कर ली।
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पूछताछ में क्या बोला अजीत?
सूत्रों के अनुसार, पुलिस पूछताछ में अजीत ने बताया है कि पिता का लोन चुकाने को लेकर अनुराग से अक्सर उसका विवाद होता था। अनुराग प्रॉपर्टी बेचकर लोन नहीं चुकाना चाहता था। जबकि, अजीत प्रॉपर्टी भेज कर पिता के लोन को चुकाना चाहता था। बस इसी बात को लेकर अजीत ने भाई और उसके पूरे परिवार को मार डाला। अपनी मां तक को नहीं बख्शा। वहीं इस मामले में जल्द ही और भी कई खुलासे होंगे। पुलिस की तफ्तीश जारी है। बता दें, मृतका प्रियंका सिंह गोरखपुर के कैमियरगंज विधानसभा से विधायक फतेहबहादुर सिंह की भांजी थी। पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह उसके नाना थे।
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अजीत ने पूछताछ के बाद जुर्म कुबूल कर लिया
वहीं इस घटना के बारें में पुलिस ने बताया कि -“रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के पल्हापुर में मां, भाई उसकी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या करने वाला आरोपी बड़ा भाई अजीत बेहद शातिर किस्म का है। महमूदाबाद के एक प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात अजीत सिंह ने छह लोगों की सुनियोजित ढंग से हत्या करने के बाद चालाकी से मनगढ़ंत कहानी बनकर पूरा आरोप अपने भाई पर ही लगा दिया। कड़ाई से पूछताछ के बाद बडे भाई अजीत सिंह ने वारदात को अंजाम देने की बात कबूल कर ली है।
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कई चौंकाने वाले तथ्य मिले
इस घटना के बारें में पुलिस अब अजीत से पूछताछ कर रही है। एसओजी को मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य भी मिले हैं। पता चला है कि अजीत ने हत्या के बाद खून से अपने कपड़े भी धो डाले। पुलिस से बचने के लिए उसने अपने कपड़े छिपा भी दिए थे। फॉरेंसिक टीम ने अजीत की निशानदेही पर इन कपड़ों को भी बरामद कर लिया है। आईजी की क्राइम टीम ने उससे पूछताछ की है।
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अन्य लोगों के शामिल होने की जानकारी
लखनऊ एसटीएफ और सीतापुर क्राइम ब्रांच लगातार घटना में शामिल अन्य लोगों के बारे में अजीत से जानकारी करने का प्रयास कर रही है। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान पुलिस टीमों को अजीत से हत्याकांड में अन्य लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। इसके बाद उन लोगों की तलाश शुरू हो गई है। दूसरी ओर फरेंसिक ने दोबारा घटनास्थल कर निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। फरेंसिक टीम ने बच्चों के छत से गिरने की ऊंचाई भी नापी। क्राइम ब्रांच की टीमें आरपी सिंह, ताई अमरावती समेत परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ कर रही है।
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गोलमोल जवाब से फंसा अजीत
पुलिस सूत्रों की मानें तो अजीत घटना वाले दिन से ही परिवारीजनों व पुलिस को गोलमोल जवाब दे रहा था। शक के आधार पर पुलिस अजीत और उसकी पत्नी विभा को अपने साथ ले गई और कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में अजीत टूट गया। पुलिस के मुताबिक इतनी बड़ी वारदात के दौरान उसका कमरे में बंद होना। घर में ही छह लोगों की मौत के बाद खुद-ब-खुद कमरे से बाहर आ जाना व घायल बच्चों को इलाज के लिए ले जाने के लिए अपनी कार की चाभी न देने की बात लोगों के गले नहीं उतर रही थी।