Dwarka Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हरियाणा के गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस वे के एक हिस्से का उद्घाटन किया.पीएम मोदी ने द्वारका एक्सप्रेस वे समेत 144 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया.इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि,आज से दिल्ली हरियाणा के बीच यातायात का अनुभव हमेशा के लिए बदल जाएगा,ये आधुनिक एक्सप्रेसवे केवल गाड़ियों में ही नहीं बल्कि दिल्ली NCR के लोगों की जिंदगी में भी गियर शिफ्ट करने का काम करेगा।
करीब 9 हजार करोड़ की लागत से बना द्वारका एक्सप्रेस वे कुल 29.5 किलोमीटर लम्बा है जिसका 19 किलोमीटर हिस्सा गुरुग्राम से होकर गुजरता है.द्वारका एक्सप्रेस वे को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जा रहा है.द्वारका एक्सप्रेस वे को देश में इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना माना जा रहा है जिसको इंजीनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी एलएंडटी ने बनाया है.पीएम मोदी ने एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने से पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ द्वारका एक्सप्रेस वे के मॉडल का निरीक्षण किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक्सप्रेस वे के उद्घाटन से पहले द्वारका एक्सप्रेस वे पर निर्माण श्रमिकों से भी बातचीत की.पीएम मोदी ने गुरुग्राम में एक रोड शो भी किया जहां उन्होंने सभी का अभिवादन स्वीकार किया।
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9 हजार करोड़ रुपये की आई लागत
द्वारका एक्सप्रेस वे हरियाणा में 18.9 किलोमीटर लंबा और दिल्ली में 10.1 किलोमीटर तक फैला हुआ है.गुरुग्राम में खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास से लेकर दिल्ली के महिपालपुर में शिवमूर्ति तक 9 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस वे और अन्य मुख्य सड़कों पर यातायात कम होने की उम्मीद है।द्वारका एक्सप्रेस वे को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है.एक्सप्रेस वे पर सड़क को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि,दिल्ली और गुरुग्राम में अगले 25 साल में गाड़ियों के इजाफा होने पर भी खास फर्क नहीं पड़ेगा.देश में पहली बार इस एक्सप्रेस वे पर 3 जगहों पर 4 लेवल इंटरचेंज बनाए गए हैं।
एलएंडटी कंपनी कर रही निर्माण
आपको बता दें कि,एलएंडटी कंपनी ने देश और विदेश में अबतक कई अहम प्रोजेक्ट को पूरा किया है.अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को एलएंडटी कंपनी बना रही है इसके अलावा दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और दुनिया का सबसे बड़ा नरेंद्र मोदी स्टेडियम,ओडिशा में दुनिया का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम और मुंबई में सबसे बड़ा सी-ब्रिज अटल सेतु भी एलएंडटी कंपनी ने बनाया है।एल एंड टी कंपनी के बारे में आपको बताएं तो इसका पूरा नाम लार्सन एंड टुब्रो है ये एक भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी है.कंपनी की स्थापना डेनमार्क के दो इंजीनियरों हेनिंग होलोक लार्सन और सोरेन किश्चियन टुब्रो ने की थी.साल 1946 में इसकी स्थापना एक प्राइवेट कंपनी के तौर पर हुई थी और 1950 में ये पब्लिक कंपनी बनी।
एएम नाइक ने कंपनी को बुलंदियों तक पहुंचाया
एलएंडटी कंपनी ने देश में अबतक कई मेट्रो,फैक्टियां और फ्लाईओवर्स बनाए हैं.अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण भी एलएंडटी कंपनी कर रही है.एलएंडटी कंपनी को ऊंचाईयों पर पहुंचाने का श्रेय एएम नाइक को जाता है.58 साल तक कंपनी की कमान संभालने के बाद वो पिछले साल रिटायर हुए हैं.गुजरात के बिड़ला विश्वकर्मा महाविद्यालय से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने एलएंडटी कंपनी में नौकरी के लिए आवेदन किया था लेकिन कंपनी ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया था.एलएंडटी कंपनी में उस वक्त आईआईटी स्टूडेंट्स को वरीयता दी जाती थी लेकिन इसके बाद कंपनी ने एएम नाइक को जूनियर इंजीनियर के पद पर नियुक्त किया और 15 मार्च 1965 को एएम नाइक ने कंपनी ज्वाइन की थी।
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