Sharad Pawar Party Got Election Symbol: शरद पवार की पार्टी को चुनाव आयोग की ओर से चुनाव चिह्न दे दिया गया है. गुरुवार रात को चुनाव आयोग ने घोषणा करते हुए इस बात की जानकारी दी है. शरद पवार की पार्टी को चुनाव आयोग ने तुरही बाजाता हुआ आदमी का सिंबल पार्टी दिया है. इसी चुनाव चिह्न के साथ पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए उतरेगी. चुनाव आयोग की ओर से दिए गए नए चुनाव चिह्न पर पार्टी ने कहा कि ये हमारे लिए गर्व की बात है.
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पार्टी की ओर से कहा गया..
इसी कड़ी में आगे पार्टी की ओर से कहा गया है, “महाराष्ट्र के इतिहास में दिल्ली की गद्दी के कान खड़े करने वाले छत्रपति शिव राय का शौर्य आज ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी – शरद चंद्र पवार’ के लिए गौरव का विषय है. महाराष्ट्र के आदर्श, फुले, शाहू, अम्बेडकर, छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रगतिशील विचारों के साथ, यह ‘तुतारी’ शरद पवार के साथ दिल्ली के सिंहासन को हिलाने के लिए एक बार फिर से बिगुल बजाने के लिए तैयार है.”
शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग को तीन चिह्न दिए
आपको बता दे कि चुनाव चिह्न के लिए शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग को तीन चिह्न दिए थे. इनमें बरगद का पेड़, उगता हुआ सूरज और कप-प्लेट शामिल थे. बरगद के पेड़ मिलने की ज्यादा चर्चा थी. विश्व हिंदू परिषद ने शरद गुट के चुनाव चिह्न बरगद के पेड़ को लेकर आपत्ति जताई थी. VHP ने कहा था कि बरगद का पेड़ उनके संगठन का रजिस्टर्ड सिंबल है.
शरद गुट के नेता जितेंद्र अहवाड़ ने कहा
नए चुनाव चिह्न को लेकर शरद गुट के नेता जितेंद्र अहवाड़ ने कहा कि 84 साल के शरद पवार एक बार फिर रण में उतर आए हैं. उन्होंने लिखा, “ये महाराष्ट्र की जनता के मन में संकेत है. एनसीपी पार्टी (शरदचंद्र पवार) को चुनाव आयोग ने एक टारगेट दिया था और अगर वह “तुतारी” थी तो टारगेट क्या था! एक योद्धा को दी गई तुरही… इस योद्धा का नाम है शरद पवार! 84 साल के शरद पवार एक बार फिर रण में उतर आए हैं. यह सिग्नल एक अलग संदेश देता है. महाराष्ट्र युद्ध के लिए तैयार है. युद्ध अधर्म के खिलाफ है..और इस युद्ध का ढिंढोरा पीटने का काम चुनाव आयोग ने किया है.”
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