Sambhal Violence:संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस हिंसा के दौरान यह पता चला कि उपद्रवियों को पहले से ही योजनाबद्ध तरीके से तैयार किया गया था, और महिलाओं को छतों से हमला करने के निर्देश दिए गए थे। इस हिंसा में 27 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि शाहजहांपुर से भी उपद्रवियों को बुलाया गया था और कई अन्य जनपदों से भी इस हिंसा में जुड़े लोग थे।
छतों से किया गया हमला
संभल में हुई इस हिंसा को पूरी तरह से योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया था। पुलिस के मुताबिक, उपद्रवियों ने पहले से ही घरों की छतों पर ईंट, पत्थर, और कांच की बोतलें जमा कर रखी थीं, ताकि हिंसा के दौरान इन्हें इस्तेमाल किया जा सके। इस तैयारी के तहत महिलाओं को भी खास निर्देश दिए गए थे। उन्हें कहा गया था कि अगर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी और उपद्रवी घिर जाएं, तो वे छतों से पुलिस पर हमला करें और मोर्चा संभालें।
महिलाओं का सक्रिय रोल
जब पुलिस ने उपद्रवियों को काबू करने के लिए कार्रवाई शुरू की, तो उपद्रवी महिलाओं ने छतों से मोर्चा संभाला और पुलिस पर ईंट, पत्थर, और कांच की बोतलों से हमला बोल दिया। इस हमले से पुलिस को तितर-बितर होना पड़ा और जब पुलिस का ध्यान भटका, तो उपद्रवियों ने फायरिंग भी शुरू कर दी। इस पूरी घटना में यह साफ हो गया कि हिंसा को अंजाम देने के लिए हर कदम पूर्व-निर्धारित था और पुलिस से निपटने की तैयारी पहले से की गई थी।
आरोपितों की गिरफ्तारी
इस हिंसा में पुलिस ने 27 आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से दो महिलाएं भी शामिल हैं। इन आरोपितों से की गई पूछताछ में यह बात सामने आई कि हिंसा को अंजाम देने वाले कई लोग शाहजहांपुर और अन्य जनपदों से आए थे। पुलिस ने इन आरोपितों से हिंसा के प्रमुख सरगना और इसके पीछे के मास्टरमाइंड का भी सुराग हासिल किया है। अब पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही इन आरोपितों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।