Loksabha Election 2024: देश में इस समय 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए है. जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए चुनावी रैलियां और जनसभाएं की जा रही है. एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. नेताओं के इस्तीफे और दल-बदल का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट इस समय सबसे हॉट सीट बनी हुई है,जहां एक ओर सभी दल अपनी तैयारियों में लगे हुए है.वहीं दूसरी ओर पूर्णिया सीट राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है.
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आरजेडी ने चला नया दांव
पूर्णिया सीट पर पप्पू यादव द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरने से हलचल काफी ज्यादा बढ़ गई है. नामांकन वापस नहीं लेने के बाद अब लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने एक नया दांव खेला है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी पूर्णिया में तेजस्वी यादव के साथ मिलकर पप्पू यादव के खिलाफ संयुक्त चुनावी रैली कर सकते हैं. इसके लिए कांग्रेस को लालू यादव की पार्टी आरजेडी की ओर से पूर्णिया में तेजस्वी यादव के साथ रैली आयोजित करने का अनुरोध मिला है. पप्पू यादव द्वारा अपना नामांकन वापस लेने से इनकार करने के बाद (8 अप्रैल नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख) एक रणनीति के तहत आरेजडी ने कांग्रेस आलाकमान से ये मांग की है.
एक महारैली आयोजित करने के लिए कहा
आपको बता दे कि आरजेडी द्वारा पूर्णिया में इंडी गठबंधन की एक महारैली आयोजित करने के लिए कहा गया है. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि यह आग्रह आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से आया है. दरअसल, इंडी एलायंस में सीट बंटवारे के फॉर्मूले में पूर्णिया सीट आरजेडी के खाते में चली गई थी. कांग्रेस यह सीट पप्पू यादव के लिए चाहती थी क्योंकि उन्होंने 20 मार्च को कांग्रेस में अपनी पार्टी के विलय का ऐलान कर दिया था. इस सीट को लेकर कांग्रेस ने आरजेडी से कई बार बात भी की थी लेकिन कांग्रेस को लालू यादव के दबाव के आगे झुकना पड़ा था. लालू यादव ने सीटों के बंटवारे के ऐलान के पहले ही बीमा भारती को पूर्णिया से लड़ने के लिए पार्टी का सिंबल दे दिया था.
पप्पू यादव की बढ़ेंगी मुश्किलें ?
पूर्णिया सीट लगातार सुर्खियों में बनी हुई है. पप्पू यादव को कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया थ,जिसकी वजह से उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपनी नामंकन दाखिल किया था. इसके बाद उनसे लगातार नामांकन वापस लेने के लिए कहा जा रहा,लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे है.वे लालू यादव के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं हुए. पप्पू यादव ने नॉमिनेशन के बाद भी कहा था कि उन्हें राहुल गांधी और बहन प्रियंका गाड़ी का आशीर्वाद प्राप्त है. अब पप्पू यादव के चुनाव मैदान में उतरने के बाद मुश्किल में फंसी कांग्रेस उन्हें निलंबित करने पर विचार कर रही है.
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