Prime Chaupal: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बख्शी का तालाब के ग्राम पंचायत सुल्तानपुर में ग्रामीणों को न तो पीएम योजना का लाभ मिल रहा है और ना ही सीएम योजना का।ग्रामीणों का कहना है कि,प्रधान वोट मिलने और न मिलने के आधार पर गांव में गुटबाजी कर रहे हैं।लोगों का कहना है कि,उन्हें न तो प्रधानमंत्री आवास मिल रहे हैं और न ही जरूरतमंदों को पेंशन स्कीम का लाभ मिल पा रहा है।
बीकेटी के ग्राम पंचायत सुल्तानपुर में बदहाल स्थिति

बीकेटी के ग्राम पंचायत सुल्तानपुर में सरकारी नल से पानी नहीं आता है कचरे से नालियां पटी पड़ी हैं खड़ंजों पर महज गिनती भर की ईंटें दिखाई दी रास्ते में नाली है या नालियों पर रास्ता इसको समझ पाने में भी असमंजस की स्थिति है।यह जमीनी हकीकत है बीकेटी के ग्राम पंचायत सुल्तानपुर की जहां की प्रधान हैं श्रीमती राजकुमारी।ग्राम पंचायत के इस क्षेत्र में न लोगों को पेंशन मिल रही है और न ही पीएम आवास का कोई पता ठिकाना गांव में प्रधान जब पहुंचती है तो क्षेत्र से दबे पांव वापस लौट जाती हैं आलम ये है कि,क्षेत्र में जिन लोगों ने महिला प्रधान के पक्ष में वोट दिया उनकी समस्याएं महिला प्रधान सुनती हैं जिन क्षेत्रों में लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया उनका उनकी समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।
प्रधानमंत्री आवास का सपना महज रह गया अधूरा सपना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि,हर गरीब और मजबूर के पास अपना सिर छुपाने के लिए पक्का मकान हो उनके इस सपने को साकार करने के लिए प्रदेश की योगी सरकार लगातार प्रयास में लगी है वहीं राजधानी से सटे बीकेटी का ग्राम पंचायत सुल्तानपुर उनके इस सपने को चूर-चूर करते दिखाई दे रहा है जहां लोगों को प्रधानमंत्री आवास के तहत लोगों को मकान नहीं मिला सिर छिपाने के लिए ग्रामीण पन्नी का सहारा ले रहे हैं।इस तरह की स्थिति के बावजूद प्रधान महिला पर कोई असर नहीं ग्रामीणों को मिल रहा तो केवल उनसे आश्वासन।
इज्जत घर भी इज्जत बचा पाने में नाकाम
महिला प्रधान के घर की नेम प्लेट खुद कह रही है कि,उनके घर के सदस्य पहले भी प्रधान रह चुके हैं…जाहिर सी बात है,लोगों को अगली बार सुविधाएं दिलाने का वादा कर वोट लेना प्रधान जी की यूएसपी है।सामुदायिक स्वच्छता परिसर में जर्जर भवन और सामुदायिक शौचालय पर लगा ताला इस बात का सबूत है कि,ये सुविधा केवल खानापूर्ति के लिए है यहां तक तो फिर भी ठीक लेकिन हद तो तब हो जाती है…जब इज्जत घर का नाम देकर बनाए गए शौचालय खुद अपनी इज्जत बचाने में नाकाम रहे।

ये तस्वीरें उनकी नीलाम इज्जत का जीता जागता सबूत हैं स्थानीय प्रधान जी के बारे में कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं…शायद इसकी वजह ये है कि,पिछले 15 सालों से वही प्रधान हैं और लोगों में उनकी धाक जमी हुई है…फिलहाल लोगों का कहना है कि,प्रधान जी ध्यान तो दे रहे हैं लेकिन आवास और पेंशन के नाम पर सबका यही कहना है इस बार दिलाएंगे,इस बार दिलाएंगे।
स्वच्छ भारत मिशन की उड़ती धज्जियां
बीकेटी के ग्राम पंचायत सुल्तानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही।महिला शौचालय पर ताला लगा है पानी की टंकी पूरी तरह से खाली है साथ ही हाथ धुलने के लिए नल सूखे पड़े हैं तस्वीरों में दिख रहा ये मंज़र इस बात को सिद्ध करने के लिए काफी है गांव में विकास का क्या हाल है?
Read More: Jaunpur के ग्राम पंचायत पनौली में मूलभूत सुविधाओं से वंचित ग्रामीण,Prime TV ने किया रियलिटी चेक