Jaunpur News:जौनपुर विधानसभा के शाहगंज ब्लॉक के खुटहन ग्राम सभा पनौली में प्रधान बिंदु चौधरी के कार्यकाल में विकास कार्यों को लेकर ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया है। पनौली ग्राम सभा में 3 हजार की आबादी के बावजूद, यहाँ की मूलभूत सुविधाओं के लिए कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है। जब प्राइम टीवी टीम ने जौनपुर के पनौली ग्राम सभा में जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत की, तो यह साफ सामने आया कि प्रधान के कार्यकाल में गांव में कोई स्पष्ट विकास नहीं हुआ और ग्रामीणों ने प्रधान बिंदु चौधरी के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं।

वहीं जौनपुर के ग्राम सभा पनौली में विकास कार्यों को लेकर प्रधान पर सवाल उठ रहे हैं और ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। चाहे वह शौचालय, मुख्यमंत्री आवास योजना, या नरेगा के पैसे की बात हो, प्रधान बिंदु चौधरी के कार्यकाल में बहुत कुछ अधूरा रह गया है। इस मुद्दे पर जल्द ही कोई ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि ग्रामीणों को उनके हक मिल सकें और विकास की दिशा में सार्थक प्रयास हो सकें।
शौचालय और आवास योजनाओं के अधूरे वादे
जौनपुर के ग्राम सभा पनौली के ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान के कार्यकाल में अब तक शौचालय की सुविधाएं पूरी नहीं हो पाई हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत 50 से 60 घर आवंटित किए गए थे, लेकिन इन घरों के निर्माण में भी कोई खास प्रगति नहीं हुई। हालांकि प्रधान बिंदु चौधरी का कहना है कि यह सारे कार्य बजट के अनुसार पूरे हो चुके हैं, लेकिन धरातल पर इसके संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गाँव में कोई विकास नहीं हुआ और वे अब तक मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं।
कूड़ा घर और पंचायत भवन का निर्माण
वहीं प्रधान के द्वारा किए गए कुछ कार्यों की जानकारी भी सामने आई है। ग्राम सभा पनौली में कूड़ा घर का निर्माण हुआ है और कूड़ा गाड़ी भी आ चुकी है। इसके अलावा पंचायत भवन में कैमरे भी लगाए गए हैं और इसका निर्माण भी पूरा हो चुका है। इसके बावजूद, ग्रामीणों का कहना है कि यह सारी योजनाएँ केवल दिखावा हैं और गांव में वास्तविक सुधार की कमी है।
नरेगा के पैसे का नहीं दिया गया भुगतान
सबसे गंभीर आरोप यह है कि प्रधान पर यह आरोप भी लगाया गया है कि उन्होंने नरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना) के तहत काम करने वाले मजदूरों को उनका मेहनताना नहीं दिया। ग्रामीणों का कहना है कि नरेगा योजना के तहत काम करने के बाद भी उन्हें मेहनताना नहीं मिला है, जिससे गांव में रोजगार के लिए काम कर रहे लोग परेशान हैं। यह मामला प्रधान के खिलाफ नाराजगी का एक मुख्य कारण बन चुका है।
ग्रामीणों का दर्द और प्रधान के खिलाफ गुस्सा
जौनपुर के ग्राम सभा के लोग अब प्रधान बिंदु चौधरी से नाराज नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि प्रधान ने चुनावी वादे किए थे, लेकिन कार्यकाल खत्म होने के बावजूद उन वादों को पूरा नहीं किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि वे अब भी विकास के इंतजार में हैं और उनकी उम्मीदों को बार-बार तोड़ा गया है। इस सब के बीच, प्रधान के खिलाफ ग्रामीणों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है, और वे अब अपनी आवाज़ उठाने के लिए मजबूर हो गए हैं।