Petrol-Diesel Price: केंद्र सरकार ने सोमवार, 7 अप्रैल को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क (Excise Duty) बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत पेट्रोल और डीजल पर 2-2 रुपये का एक्साइज ड्यूटी बढ़ाया गया है। यह नई दरें 8 अप्रैल से लागू होंगी। पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ाया गया है। सरकार के इस कदम से पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर असर पड़ने की संभावना है, हालांकि इस संबंध में सरकार ने स्पष्ट किया है कि इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा।
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नहीं होगी खुदरा कीमतों में वृद्धि
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने यह जानकारी दी है कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में की गई वृद्धि के बाद पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होगी। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने कहा कि उत्पाद शुल्क की दरों में बढ़ोतरी के बावजूद, ग्राहकों को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई अतिरिक्त बढ़ोतरी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का बयान
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा, “आपने वित्त मंत्रालय की एक अधिसूचना देखी होगी, जिसमें पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये की बढ़ोतरी की बात कही गई है। मैं रिकॉर्ड पर पहले ही स्पष्ट कर दूं कि इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत घटकर लगभग 60 डॉलर प्रति बैरल हो गई है, लेकिन तेल विपणन कंपनियां 45 दिनों का स्टॉक रखती हैं।
वैश्विक कीमतों में बदलाव और असर
हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि जनवरी के मुकाबले कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। जनवरी में कच्चे तेल की कीमत 83 डॉलर प्रति बैरल थी, जो अब घटकर 75 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। उनका कहना था कि तेल विपणन कंपनियां वैश्विक कीमतों के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी करने का प्रयास करेंगी। यह बयान उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जो कीमतों में और गिरावट की उम्मीद कर रहे थे।
दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल-डीजल की वर्तमान कीमतें
सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये प्रति लीटर थी, जबकि डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर थी। वहीं, मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.15 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा था। इन बढ़ी हुई कीमतों के बावजूद, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि उपभोक्ताओं को अतिरिक्त बोझ का सामना नहीं करना पड़ेगा।
तेल विपणन कंपनियां करेंगी कीमतों में समायोजन
इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तेल विपणन कंपनियों से उम्मीद की जाती है कि वे वैश्विक कीमतों के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में समायोजन करेंगी। सरकार का यह निर्णय अस्थायी होने के साथ-साथ एक रणनीतिक कदम है, जिसका उद्देश्य तेल विपणन कंपनियों को नुकसान की भरपाई करना है, जबकि उपभोक्ताओं के लिए राहत की कोई कमी नहीं हो।