22 जनवरी 2024 वो तारीख जो अब इतिहास के पन्नों में अपने स्वर्णिम दिनों के लिए जानी जाएगी.बीते दिन जब अयोध्या में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी उस वक्त करोड़ों राम भक्तों का सीना गर्व से चौड़ा और सिर गर्व से ऊंचा हो गया लेकिन इस बीच भारत में बने भव्य राम मंदिर को लेकर पाकिस्तान को जरूर मिर्ची लग गई जिसके यहां लोगों को खाने तक के लिए रोटी भी नसीब नहीं होती वो पाकिस्तान भारत के मुसलमानों को बाबरी मस्जिद को ना भुलने की बात कह रहा है।
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भारत में मंदिर पर पाकिस्तान को लगी मिर्ची
दरअसल जब भारत में भव्य राम मंदिर में पीएम मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूजा को संपन्न कराया जा रहा था उस वक्त सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर #BabriMasjid ट्रेंड कराया जा रहा था.राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पाकिस्तान के लोगों में काफी नाराजगी है।एक्स पर लोग बाबरी मस्जिद के पुराने वीडियो और तस्वीरों को शेयर करते हुए लिख रहे थे कि,हिंदुस्तान के मुसलमान भाइयों बाबरी मस्जिद को मत भूलो। बाबरी मस्जिद हमेशा हमारे दिल में रहेगा चाहे इसे कोई कितना भी मिटाने की कोशिश कर ले।
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नाकाम साबित हुई पाकिस्तान की कोशिश
कुछ अन्य लोगों ने लिखा कि ये लोग कितनी भी मस्जिदों को हड़प कर उस पर भगवा झंडा लहरा लें लेकिन एक दिन ऐसा भी आएगा जिस दिन कोई सलाएउद्दीन को इस्लाम फिर से पैदा करेगा और वहां की हर दीवारों से फिर से अल्ला-हु-अकबर गूंजेगी। इसके अलावा कई अन्य यूजर्स ने 22 जनवरी को हिंदुस्तान के इतिहास का काला दिन बताया और लिखा कि,ये लोग मस्जिद को मंदिर बना सकते हैं लेकिन इस्लाम हमेशा जिंदा रहेगा। इसके अलावा पाकिस्तान के लोग ट्विटर पर #BabriZindaHai भी ट्रेंड करा रहे थे लेकिन उनकी ये कोशिश हर स्तर तक नाकामयाब साबित हुई।
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विदेश मंत्रालय ने भी दी प्रतिक्रिया
वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी राम मंदिर के शुभारंभ पर आधिकारिक तौर पर प्रतिक्रिया दी है। राम मंदिर के शुभारंभ पर पाकिस्तान ने अपनी प्रतिक्रिया में काशी की ज्ञानवापी और मथुरा की मस्जिद का जिक्र किया है।इसके बाद लोगों ने कहा कि,जो बयान पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने काशी और मथुरा के लिए दिया है उसी तरीके का बयान उसको पीओके के लिए भी देना चाहिए।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोगों ने पाकिस्तान की बदहाल अर्थव्यवस्था से लेकर अल्पसंख्यकों पर हो रहे जुल्मों का भी जिक्र किया।