Reporter-Sagar Thapa
उत्तर प्रदेश: यूपी के तमाम जिलों में हिट स्ट्रोक, डायरिया और पानी की कमी से होने वाली बीमारियां लगातार पनप रही हैं।विभिन्न जिलों में अस्पताल में इसकी बानगी देखने को आए दिन सुनने और देखने को मिल रही हैं। यूपी में पूर्वांचल के कई जिले बलिया, गाजीपुर और देवरिया में इसका कहर चरम पर हैं।
बलिया में बीते एक हफ्ते में 100 से अधिक मौतों ने प्रशासन की आंखें खोल दी, तो सीएम से लेकर डिप्टी सीएम ने पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए सभी जिला चिकित्सालयों को सभी भरसक प्रयास करने के आदेश भी दिए हैं।
बात करेंगे पूर्वांचल के जिले आजमगढ़ की जहां महिला जिला चिकित्सालय में स्वास्थ विभाग की पोल खोलने वाला नजारा सामने आया हैं।जहां इलाज करवाने आए मरीज और उनके तीमारदार अस्पताल में पर्याप्त सुविधा ना होने और चरमराती व्यवस्था ना होने के कारण खुद ही घरों से फर्राटा पंखा ला रहे हैं, जिससे कि उन्हें और नवजात बच्चों को भीषण गर्मी का सामना ना करना पड़े।
तस्वीरे जिले के महिला चिकित्सालय की हैं जहां तीमारदार भर्ती किए गए मरीजों के साथ साथ एक्सटेंशन बोर्ड और फर्राटा लेकर आ रहे हैं।पंखे और बिजली तो मौजूद हैं लेकिन चालू होने की व्यवस्था से बिलकुल नदारद हैं।तीमारदारों के मुताबिक अस्पताल के अंदर की व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हैं।
प्रबंधन के तौर पर वार्ड में कूलर तो लगा है लेकिन पानी ना होने की वजह से उसका भी बुरा हाल हैं।पंखे तो हैं लेकिन चल नही रहे हैं।तीमारदारों ने बताया कि डॉक्टरों का भी वार्ड में दौरा भी बेहद कम हो रहा हैं और पीने योग्य पानी 48 घंटो बाद बामुस्किल से मिल रही हैं।
एक तरफ सीएम खुद स्वास्थ मामलो को लेकर खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं और जिम्मेदार अधिकारियों को दिशा निर्देश देकर बेहतर सुविधा देने का आश्वासन दे रहे हैं तो वही ऐसी तस्वीर कहीं ना कहीं ये भी इशारा करती हैं कि लापरवाही की पराकाष्ठा पूरी तरह से भी बयां कर रही हैं।