UPPSC Candidates Protest: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की पीसीएस प्री 2024 और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के विरोध में प्रतियोगी अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन उग्र रूप ले चुका है. सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने आयोग चौराहे पर इकट्ठा हुए और हाथों में पोस्टर-बैनर लेकर नारेबाजी की. गुस्साए अभ्यर्थियों ने पुलिस की बैरिकेडिंग भी तोड़ डाली, जिसके कारण पुलिस और छात्रों के बीच झड़प की स्थिति बन गई.
क्या है अभ्यर्थियों की मांगें ?

विरोध कर रहे प्रतियोगी अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन प्रणाली लागू करने के बजाए एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में परीक्षा कराई जाए. उन्होंने लोक सेवा आयोग (Public Service Commission) से परीक्षा के लिए एक ही शिफ्ट का आश्वासन मिलने तक अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है. इससे पहले, दो दिन पहले अभ्यर्थियों ने आयोग पर गांधीवादी तरीके से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी, लेकिन विरोध प्रदर्शन में तीव्रता आते देख पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. आयोग के चारों ओर बैरिकेडिंग की गई है और भारी पुलिस बल के साथ वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड और आरएएफ भी तैनात किए गए हैं.
प्रशासन की छात्रों से अपील

प्रदर्शन के दौरान एडीसीपी सिटी अभिषेक भारती (Abhishek Bharti) भी मौके पर मौजूद रहे. उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे धरना स्थल पर जाकर विरोध प्रदर्शन करें और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपें. हालांकि, छात्र इस अपील को अनसुना कर रहे हैं और प्रदर्शन स्थल पर डटे हुए हैं. इस प्रदर्शन के चलते आसपास की सड़कों पर यातायात बाधित हो गया है, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
आने वाली परीक्षाओं पर प्रभाव की आशंका

जानकारी के लिए बता दे कि, यूपीपीएससी (UPPSC) द्वारा पीसीएस प्री 2024 परीक्षा (PCS Pre 2024 exam) 7 और 8 दिसंबर को तथा आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को निर्धारित की गई हैं. लेकिन छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए इन परीक्षाओं पर भी असर पड़ सकता है. पुलिस और प्रशासन ने हालात को काबू में रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं, ताकि परीक्षा संबंधी कार्यों में किसी प्रकार की रुकावट न आए.
प्रदर्शन के जारी रहने की संभावना
आपको बता दे कि, अभ्यर्थियों के आक्रोश को देखते हुए प्रदर्शन के जल्द समाप्त होने की संभावना बहुत कम ही नजर आ रही है. जब तक यूपीपीएससी (UPPSC) द्वारा नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक अभ्यर्थी विरोध जारी रख सकते हैं.